लखनऊ : उन्नाव प्रकरण को लेकर भाजपा पर हमला तेज करते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आरोपी को बचाने के लिए उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव (गृह) और पुलिस महानिदेशक को आज जिम्मेदार ठहराया. अखिलेश ने यहां संवाददाताओं से कहा, डीजीपी और प्रमुख सचिव (गृह) आरोपी (भाजपा विधायक) को बचा रहे थे. पूरे देश ने देखा कि कैसे वे प्रेस कांफ्रेंस में आरोपी को ‘माननीय’ कहकर संबोधित कर रहे थे. उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार जनता और विपक्षी पार्टियों के नेताओं पर अत्याचार कर रही है.
यह पूछने पर कि क्या वह सीबीआई जांच से संतुष्ट हैं, अखिलेश ने कहा, मुझे उम्मीद है कि सच्चाई सामने आयेगी. उन्होंने कहा, कानून व्यवस्था पर राज्य सरकार के भारी भरकम दावों की पोल उन्नाव प्रकरण से खुल गयी है. यहां तक कि उच्च न्यायालय को भी हस्तक्षेप करना पड़ा. सरकार समय पर कार्रवाई नहीं करने की दोषी है. सपा प्रमुख ने कल मांग की थी कि उन्नाव बलात्कार प्रकरण में दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाये. पीड़िता के परिवार वालों को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता, सुरक्षा, रहने को मकान और अन्य सुविधाएं दी जाएं. पीड़िता को सरकारी नौकरी प्रदान की जाये.
अखिलेश यादव ने दावा किया कि राज्य की जनता भय के साये में रह रही है और खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है. इलाहाबाद उच्च न्यायालय के निष्कर्ष से साबित हो गया है कि राज्य में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है. राज्यपाल को स्वत: संज्ञान लेकर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश करनी चाहिए.