थावे : यह खबर दिल को सुकून पहुंचाने वाली है. बिहार के प्रमुख शक्तिपीठ थावे मंदिर परिसर के साथ ही भक्त रहषु के मंदिर परिसर का पर्यटन के क्षेत्र में विकसित करने का कार्य शुरू हो गया है. रहषु मंदिर का परिसर अगले छह माह के बाद पर्यटकों को लुभायेगा. बिहार का पहला मंदिर परिसर […]
थावे : यह खबर दिल को सुकून पहुंचाने वाली है. बिहार के प्रमुख शक्तिपीठ थावे मंदिर परिसर के साथ ही भक्त रहषु के मंदिर परिसर का पर्यटन के क्षेत्र में विकसित करने का कार्य शुरू हो गया है. रहषु मंदिर का परिसर अगले छह माह के बाद पर्यटकों को लुभायेगा. बिहार का पहला मंदिर परिसर जिसके पास नाव के आकार का अपना तालाब होगा. इसमें रंग बिरंगी लाइट से पूरा कैंपस को सजाया जायेगा. इतना ही नहीं इस तालाब में रंग-बिरंगी मछलियां भी होंगी.
भक्तों को बैठने के लिए बजाप्ता कुर्सी लगी होगी. वहां भक्त बैठ कर मछलियों को दाना खिलाकर आनंद उठायेंगे. इसके लिए 2.56 करोड़ रुपये की लागत से इसका निर्माण कार्य शुरू हो गया है. मंदिर परिसर का भव्य स्वरूप देने के लिए अभियंताओं की टीम दिन-रात जुटी है. रियल इंडिया के द्वारा इस परिसर को विकसित किया जा रहा है.
निर्माण एजेंसी को कार्योँ में तेजी लाने के लिए भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता अशोक कुमार राय, सहायक अभियंता विवेकानंद शर्मा लगातार मॉनीटरिंग कर रहे हैं. इतना ही नहीं, कनीय अभियंता मिथिलेश कुमार को जवाबदेही सौंपी गयी है. कल तक बेतरतीब दिखने वाला मंदिर का परिसर एक अलग ही छटा बिखेरेगा. मंदिर परिसर में आने वाले भक्तों को अलग ही अनुभूति का एहसास होगा.
नाव के स्वरूप का होगा रहषु मंदिर का तालाब
जंगल के बीच पर्यटकों को लुभायेगा भक्त रहषु मंदिर का परिसर
रंग-बिरंगी लाइट से सराबोर होगा तालाब व मंदिर परिसर
भक्तों के लिए यात्री निवास
रहषु मंदिर परिसर में भक्तों के ठहरने के लिए वजाप्ता दो यात्री निवास का निर्माण भी हो रहा है. इसमें डीलक्स शौचालय से लेकर स्नानागार एवं अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होगा, मंदिर की दोनों तरफ यात्री निवास होगा ताकि भक्तों को कही भी कोई कठिनाई न हो. साथ ही अलग-अलग यात्री निवास भी बनाया जा रहा.
डायरेक्टर ने बनायी डीपीआर
थावे रहषु मंदिर के इस स्वरूप की डीपीआर निदेशक सुनील कुमार चौधरी ने तैयार की थी. तब वे भवन निर्माण विभाग गोपालगंज में कार्यपालक अभियंता थे. निदेशक बनने के साथ ही थावे मंदिर के इस निर्माण पर उनकी नजर है. डीपीआर के अनुरूप निर्माण पूरा हो, इसके लिए लगातार समीक्षा भी चल रही है.
इसकी जानकारी देते हुए कार्यपालक अभियंता अशोक कुमार राय ने दी.