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उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय : कुप्रस्ताव देने के आरोपी शिक्षक की सेवा समाप्त
सिलीगुड़ी. उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय के कंप्यूटर साइंस एंड एप्लीकेशन विभाग के आरोपी अस्थायी शिक्षक दिलीप राय चौधरी की सेवा उप-कुलपति (वीसी) ने समाप्त कर दी है. जांच कर रही कमिटी ने कई मामलों में शिक्षक को दोषी पाया है. कंप्यूटर साइंस के अस्थायी शिक्षक दिलीप राय चौधरी पर परीक्षा में अधिक नंबर देने का प्रलोभन […]
सिलीगुड़ी. उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय के कंप्यूटर साइंस एंड एप्लीकेशन विभाग के आरोपी अस्थायी शिक्षक दिलीप राय चौधरी की सेवा उप-कुलपति (वीसी) ने समाप्त कर दी है. जांच कर रही कमिटी ने कई मामलों में शिक्षक को दोषी पाया है.
कंप्यूटर साइंस के अस्थायी शिक्षक दिलीप राय चौधरी पर परीक्षा में अधिक नंबर देने का प्रलोभन देकर छात्राओं को कुप्रस्ताव देने सहित कई आरोप लगे थे. जांच कमिटी की रिपोर्ट के आधार पर वीसी डॉ सुबीरेश भट्टाचार्य ने दिलीप राय चौधरी की सेवा को समाप्त कर कैंपस से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. विश्वविद्यालय प्रबंधन के इस निर्णय का छात्र-छात्राओं ने स्वागत किया है.
उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय के कंप्यूटर साइंस एंड एप्लीकेशन विभाग के अस्थायी (कान्ट्रैक्चुअल) शिक्षक दिलीप राय चौधरी के खिलाफ छात्राओं को कुप्रस्ताव देने का आरोप विभागीय छात्राओं ने लगाया था. आरोप था कि दिलीप राय चौधरी अधिक नंबर देने का प्रलोभन देकर छात्राओं को कुप्रस्ताव दिया करते थे. साथ ही उनसे ट्यूशन न पढ़नेवाले छात्र-छात्राओं के साथ भी उनका यही रवैया था. करीब छह महीने पहले विभागीय छात्राओं ने तत्कालीन वीसी से शिकायत भी की थी. तत्कालीन वीसी डॉ सोमनाथ घोष ने शिकायत के आधार पर एक जांच कमिटी का गठन किया था. इसके बाद यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया था. जबकि छात्र-छात्राओं का आरोप था कि अपनी पहुंच का फायदा उठाकर आरोपी दिलीप राय चौधरी मामले को दबा रहे थे.
बीते 29 मार्च को विभागीय छात्राओं ने फिर से इस मामले को सुलगाया. कंप्यूटर साइंस की छात्राओं के साथ विश्वविद्यालय के अन्य छात्र-छात्राओं ने आरोपी शिक्षक को कैंपस से बाहर निकालने की मांग पर जोरदार आंदोलन किया. आरोपी शिक्षक को विभाग में प्रवेश करने से रोक कर 3 अप्रैल को विभाग में ताला जड़ दिया था. इसके बाद विश्वविद्यालय प्रबंधन हरकत में आया और जांच कमिटी को शीघ्र रिपोर्ट पेश करने का निर्देश उपाचार्य ने दिया. इसके साथ ही एक और कमिटी बना कर मामले की जांच करायी. इस दौरान दिलीप राय चौधरी को आवश्यक अवकाश पर जाने का निर्देश वीसी ने दिया था. बीते बुधवार को वीसी ने जांच कमिटी की रिपोर्ट के आधार पर एक बैठक की. जांच कमिटी ने अपनी रिपोर्ट में दिलीप राय चौधरी को दोषी पाया है.
वीसी डॉ भट्टाचार्य ने बताया कि जांच कमिटी ने आरोपी शिक्षक को दोषी पाया है. आरोपी शिक्षक विश्वविद्यालय में स्थायी नहीं, बल्कि कांट्रैक्चुअल शिक्षक थे. जांच में दोषी पाये जाने पर उनका कांट्रैक्ट समाप्त कर दिया गया.
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