भागलपुर : नगर निगम परिसर में बुधवार को पार्षद पति और उनके सहयोगियों द्वारा निगम परिसर में तोड़फोड़, नगर आयुक्त से दुर्व्यवहार से नाराज निगम कर्मचारियों ने गुरुवार से निगम कार्यालय में कलमबंद हड़ताल कर दी. शहर की सफाई बंद कर करीब 1300 कर्मचारियों ने हड़ताल शुरू कर दी. सुबह 10 बजे से ही निगम परिसर में कर्मचारी और सफाई कर्मी एकत्र हो गये थे.
शहर के मुख्य मार्ग से लेकर वार्ड के गली-मोहल्ले में हड़ताल के कारण न झाड़ू लगा और न ही कूड़ा उठा. सफाईकर्मी सुबह से ही हर वार्ड में जाकर सफाईकर्मी को निगम आने की बात कह रहे थे. निगम के सभी सफाई करनेवाले संयंत्र निगम गोदाम में ही पड़े रहे. निगम कर्मियों और सफाई कर्मियों में बुधवार की घटना को लेकर काफी आक्रोश था. वहीं इस घटना को लेकर पूरे शहर और प्रदेश तक की नजर निगम पर टिकी हुई है. वहीं बारिश होने पर भी निगम परिसर में कर्मी डटे रहे.
बारिश से बजबजाया कूड़ा: पूरे शहर से कूड़ा नहीं उठा. दूसरी ओर बारिश होने से कूड़ा गीला होकर बजबजा गया. कूड़े बदबू फैलना शुरू हो गया. हर जगह बारिश के कारण कूड़े पसर गये थे. लोहिया पुल से स्टेशन जानेवाले रास्ते, लोहिया पुल के नीचे, खलीफाबाग, वेराइटी चौक, तिलकामांझी चौक, कचहरी चौक के आगे, भीखनपुर, बरारी सहित नाथनगर के कई क्षेत्र में कूड़ा इसी तरह पड़ा रहा.
निगम का माहौल रहा गर्म: नगर निगम में बुधवार से घटना के विरोध में शुरू हुई गर्माहट गुरुवार को भी बरकरार थी. सभी अपनी मांगों पर अड़े थे. कर्मचारी किसी की एक भी सुनने को तैयार नहीं थे. अब तक का यह सबसे बड़ा विरोध प्रदर्शन है.
नगर आयुक्त से बदसलूकी की निंदा:भागलपुर जिला नागरिक संघ की ओर से नगर आयुक्त श्याम बिहारी मीणा से बुधवार को नगर निगम परिसर में जनप्रतिनिधियों द्वारा बदसलूकी करने की निंदा की गयी. वरिष्ठ उपाध्यक्ष संजीव शर्मा लालू ने कहा कि मुख्यमंत्री इस कांड की जांच करायें. इससे शहर में गलत माहौल बनेगा.
वाटर वर्क्स परिसर में भी कर्मियों में आक्रोश, किया विरोध
घटना को लेकर जलकल शाखा के कर्मचारियों में भी काफी आक्रोश दिखा. गुरुवार की शाम जलकल परिसर में कर्मियों ने विरोध प्रदर्शन किया. भागलपुर वाटर वर्कर्स यूनियन के बैनर तले विरोध प्रदर्शन किया गया. कर्मचारी बैनर टांग व हाथ में तख्ती लेकर विरोध कर रहे थे. कर्मचारियों ने दोषियों की गिरफ्तारी और कार्रवाई की मांग की. चेतावनी भी दी कि ऐसा नहीं हाेने पर जलापूर्ति व्यवस्था बंद की जा सकती है.
शहर में घमसान को ले होती रही चर्चा, कई पार्षदों ने की कड़ी निंदा
निगम में बुधवार की घटना को लेकर गुरुवार को तरह-तरह की चर्चा होती रही. इस घटना को लेकर कई पार्षदों ने कड़ी निंदा की और कहा कि इस घटना से निगम और पार्षदों की छवि धूमिल हुई है. पार्षदों और कर्मचारियों की बैठक में कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि पार्षद पति विनय गुप्ता तीन साल पहले भी योजना शाखा जाकर टेबुल पर शराब की बोतल फोड़ दी थी, लेकिन उस समय वे लोग कुछ नहीं बोले. वहीं चर्चा यह थी कि मेयर ने भी 14 पार्षदों के साथ बैठक की थी.
आरोप लगे दोनों पार्षद व पार्षद पति ने नहीं उठाया फाेन : पार्षद संजय कुमार सिन्हा को कई बार फोन किया गया तो साइलेंट बताया और एक बार कनेकटिंग बीजी बताया. वहीं पार्षद प्रमोद लाल के मोबाइल पर रिंग होने के बाद भी फोन नहीं उठाया. पार्षद पति विनय गुप्ता के मोबाइल पर फाेन किया गया तो मोबाइल साइलेंट बताया.
खंगाला गया फुटेज, पुलिस से होती रही बात
नगर निगम में सुबह से ही सीसीटीवी फुटेज खंगाला जा रहा था. एक-एक सेकेंड की बुधवार की उन गतिविधियों को खंगाला जा रहा था, जो घटना के दौरान खुफिया कैमरे में कैद हो चुके थे. किस तरह लाल कलर का बोर्ड लगी हुई कार निगम कार्यालय के सामने आकर रुकी. पहले चालक की सीट पर बैठे लोग बाहर निकले.
इसके बाद पिछली सीट पर बैठे लोगों के गेट के पास निगम कार्यालय की तरफ से दो लोग पहुंचे. पहले एक तरफ का और फिर उसे बंद करने के बाद दूसरी तरफ का गेट खोला. एक व्यक्ति बाहर निकले. इस तरह से एक-एक घटना को लोगों ने देखा. एक-एक फुटेज को लोग अपने मोबाइल के कैमरे में कैद कर रहे थे. दूसरी ओर घटना को लेकर पुलिस से भी बात की जाती रही.
जो भी दोषी हैं, हम पार्षद उनके साथ नहीं हैं. जब मेयर के कारण विकास कार्य बाधित हो रहा था, तो हमलोगों ने विरोध किया. जब नगर आयुक्त विकास कार्य नहीं कर रहे थे, तो उनका भी विरोध किया गया. जनहित के सभी मामलों में निष्पक्ष भावना से जो भी गलत रहा है, उस पर हमलागों ने अंगुली उठाने में कोताही नहीं बरती है. अगर कर्मचारी को लगता है कि शहरवासी दोषी हैं, तो हड़ताल करें. लगता है शहरवासी दोषी नहीं हैं, तो हड़ताल वापस ले लें.
राजेश वर्मा, डिप्टी मेयर
जो घटना हुई है, उससे हम सभी पार्षद आहत हैं. गलत के साथ कोई भी पार्षद साथ नहीं है. कानूनी प्रक्रिया हो रही है. कर्मचारी हड़ताल वापस ले लें.
डॉ प्रीति शेखर, पूर्व डिप्टी मेयर
पार्षद पति विनय गुप्ता की गिरफ्तारी और दो पार्षदों की सदस्यता रद्द करने तक हड़ताल जारी रहेगा. एेसा माहौल हमलोगों ने कभी नहीं देखा था.
आदित्य जायसवाल, निगम कर्मचारी संघ के प्रतिनिधि
चिल्लाते रहे यात्री, किसी ने नहीं दिया ध्यान, ट्रेन में पानी नहीं