नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 अप्रैल से पांच दिन की स्वीडन और ब्रिटेन की यात्रा पर जा रहे हैं. उनकी इस यात्रा का मकसद दोनों देशों के साथ व्यापार और निवेश सहित कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करना है.
अपनी ब्रिटेन यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री राष्ट्रकुल देशों के शासनाध्यक्षों के सम्मेलन (चोगम) में भाग लेंगे. विदेश मंत्रालय ने कहा कि इसके अलावा प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच संबंधों को और गहरा करने के तरीके तलाशे जायेंगे. स्वीडन में मोदी भारत-नोर्डिक सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. इस सम्मेलन का सह-आयोजन भारत और स्वीडन ने किया है. सभी नॉर्डिक देशों डेनमार्क, फिनलैंड, आइसलैंड, नॉर्वे तथा स्वीडन के प्रधानमंत्री इस सम्मेलन में शामिल होंगे.
मोदी पहले 16-17 अप्रैल को दो दिन की स्वीडन यात्रा पर जायेंगे. प्रधानमंत्री 16 अप्रैल को शाम को स्टॉकहोम पहुंचेंगे. 17 अप्रैल को वह कई बैठकों में शामिल होंगे. विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत-नॉर्डिक सम्मेलन के इतर मोदी की डेनमार्क, फिनलैंड, आइसलैंड और नॉर्वे के प्रधानमंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें होंगी. मोदी 17 से 20 अप्रैल तक ब्रिटेन की यात्रा पर रहेंगे. उनकी यह यात्रा द्विपक्षीय होगी. इसके अलावा वह चोगम में भी शामिल होंगे.