परिजनों ने तीन घंटे सड़क जाम कर पुलिस से मांगा न्याय
पूर्व मुखिया शिव शंकर समेत सात लोगों पर हत्या का केस दर्ज
खुद से कूदा या छत से दिया गया धक्का, पुलिस कर रही जांच
पटना : दो दिन पहले संदिग्ध हालत में छत से गिरने के बाद 22 वर्षीय युवक छोटू साहनी की पीएमसीएच में इलाज के दौरान सोमवार को मौत हो गयी. नाराज परिजन शव लेकर दीघा थाना क्षेत्र के कुर्जी बालू पर पहुंचे और दीघा-गांधी मैदान रोड को शाम करीब साढ़े चार बजे सड़क के बीच शव रखकर जाम कर दिया.
परिजनों का आरोप है कि कुर्जी बालू पर के पूर्व मुखिया शिवशंकर व उनके साथी 31 मार्च को अपने घर बुलाकर ले गये थे, वहां छोटू की पिटाई कर छत से धक्का दे दिया. इलाज के दौरान सोमवार को उसकी मौत हो गयी. परिजन पूर्व मुखिया पर हत्या का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराने की मांग कर रहे हैं. पुलिस ने आश्वासन देकर शाम के 7.30 बजे जाम खुलवाया. देर रात दीघा पुलिस ने मृतक के परिवार के आवेदन पर पूर्व मुखिया शिवशंकर समेत सात लोगों पर हत्या का केस दर्ज किया है.
पुलिस ने बताया कि कुर्जी बालू पर के रहने वाला छोटू साहनी 31 मार्च की रात करीब एक बजे पूर्व मुखिया शिवशंकर के घर चोरी करने गया था या फिर उसे साजिश के तहत बुलाकर ले जाया गया था, यह जांच का विषय है, पुलिस जांच कर रही है.
दोनों पक्षों ने घटना क्रम को अलग-अलग तरीके से बताया है. पूर्व मुखिया का कहना है कि छोटू चोरी की नियत से आया था, टेंट हाउस का व्यवसाय होने के कारण छत पर बांस-बल्ली रखा था. छोटू साहनी पर आरोप है कि घर में घूसने के दौरान उसने पूर्व मुखिया का सिर फोड़ दिया, जब वह चोर-चोर कह कर चिल्लाये तो भागने के क्रम में उसका पैर बांस-बल्ली में फंस गया और वह जल्दबाजी में दो मंजिला छत से नीचे कूद गया. इस दौरान उसे गंभीर चोट आयी. उसे पीएमसीएच में भर्ती कराया गया जहां उसकी मौत हो गयी. इस मामले में पूर्व मुखिया के भाई सुभाष शर्मा ने दीघा थाने में प्राथमिकी दी है और सिर फोड़ने के आरोप में केस दर्ज करने की मांग की है. वहीं मृतक के परिजन सीधे तौर पर पूर्व मुखिया समेत आधा दर्जन लोगों पर हत्या का आरोप लगा रहे हैं. वह छोटू की मौत को साजिश बता रहे हैं. पुलिस मामले की जांच कर रही है.