मुजफ्फरपुर : उत्तर बिहार में शुक्रवार को सुबह तेज हवा, अोलावृष्टि व बारिश से आम, लीची व खड़ी फसल को नुकसान पहुंचा है. आंधी के कारण अाम, लीची के मंजर झड़ गये, तो कहीं फूस के घर व झोंपड़ियां उड़ गयीं. अोला गिरने से गेहूं, चना, सरसों व सब्जी को नुकसान हुआ है. बेतिया में कुदरत के इस कहर ने गेहूं की बंपर फसल की उम्मीद लगाए किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया है. जिला प्रशासन क्षति का आकलन कराने में जुटा है. अधिकारियों ने बताया कि सिकटा,
मैनाटांड़ गौनाहा समेत नेपाल से सटे सीमावर्ती क्षेत्रों में रबी फसल को भारी नुकसान हुआ है. कई लोग मामूली रूप से जख्मी भी हुए हैं. बेतिया में 400 ग्राम तक के ओले गिरे हैं. मौसम वैज्ञानिकों ने पूर्व में ही गुरुवार के बाद दो तीन दिनों में तेज बारिश की आशंका व्यक्त की थी.
आम, लीची और
इसी तरह मधुबनी के बेनीपट्टी सहित अन्य प्रखंडों में ओला से आम के साथ रबी फसल को भारी नुकसान हुआ है. पत्थर गिरने से कई खपरैल के घर ध्वस्त हो गये. सैकड़ों एकड़ में लगी गेहूं व मक्के की फसल बर्बाद हो गयी. प्याज व कद्दू समेत कई मसालेदार फसलों को भी क्षति हुई है. सीतामढ़ी के विभिन्न हिस्सों में गेहूं, गन्ना, मक्का, रबी, सब्जी, आम व लीची की फसलों को नुकसान पहुंचा है. जिले के नानपुर, पुपरी, बाजपट्टी, बैरगनिया व बोखड़ा प्रखंडों के किसानों को ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा है. दरभंगा के ओला गिरने से फसल को नुकसान होने के साथ – साथ कई लोग चोटिल भी हुए हैं. जाले से एक महिला को इलाज के लिए डीएमसीएच भी भेजा गया.
लो प्रेशर ने बिगाड़ा मौसम: समस्तीपुर. देश के पूर्वोत्तर राज्यों में पहाड़ियों के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है. यह स्थिति बीते कई दिनों से जारी है. इसने सूबे के मौसम का मिजाज बिगाड़ रखा है.अरुणाचल प्रदेश, असम समेत पूर्वोत्तर में लो प्रेशर बना हुआ है. इसका सीधा असर उत्तर बिहार पर देखा जा रहा है.
सीतामढ़ी में एक-एक किलो के अोले गिरने से भारी नुकसान
बेतिया, मधुबनी, दरभंगा में बड़े-बड़े ओले िगरे