नयी दिल्ली : दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने गूगल को पत्र लिखकर उस ई-मेल एड्रेस का ब्योरा मांगा है जिससे सीबीएसई अध्यक्ष को 10 वीं कक्षा के गणित विषय का प्रश्नपत्र लीक होने के बारे में मेल किया गया था.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बोर्ड की अध्यक्ष अनीता करवाल के पास यह मेल गणित की परीक्षा से एक दिन पहले 27 मार्च को आया था. दिल्ली पुलिस ने गूगल को पत्र लिखकर कहा है कि वह उस ई-मेल एड्रेस का ब्योरा प्रदान करे जिससे सीबीएसई अध्यक्ष को 10 वीं कक्षा के गणित विषय का प्रश्नपत्र लीक होने के बारे में मेल किया गया था. उन्होंने कहा कि ई-मेल में हस्तलिखित 12 पृष्ठों के प्रश्नपत्रों की तस्वीरें थीं. इन तस्वीरों को व्हाट्सऐप समूहों में पोस्ट किया गया था.
दिल्ली पुलिस ने 27 और 28 मार्च को अलग-अलग मामले दर्ज किये. सीबीएसई के क्षेत्रीय निदेशक ने 12वीं कक्षा के अर्थशास्त्र का प्रश्नपत्र और 10वीं कक्षा के गणित का प्रश्नपत्र लीक होने के बारे में शिकायत की थी. मेल भेजनेवाले ने कहा था कि गणित का प्रश्नपत्र व्हाट्सऐप पर लीक हुआ और इस प्रश्नपत्र की परीक्षा रद्द होनी चाहिए. अर्थशास्त्र विषय की परीक्षा 26 मार्च और गणित विषय की परीक्षा 28 मार्च को हुई थी. जांच से जुड़े एक अधिकारी ने बताया, ‘ये प्रश्नपत्र 50-60 सदस्योंवाले 10 व्हाट्सऐप समूहों पर भेजे गये थे. इन समूहों की पहचान कर ली गयी है. सीबीएसई ने अपनी शिकायत में जिन चार नंबरों का उल्लेख किया है उनका इस्तेमाल 12वीं कक्षा के अर्थशास्त्र का प्रश्नपत्र लीक के लिए किया गया था.’
सीबीएसई परीक्षा के पेपर लीक होने के बाद देश में प्रदर्शन हो रहे हैं. स्कूली छात्र अपनी नाराजगी जताते हुए सरकार और सीबीएसई के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. इन प्रदर्शनों और छात्रों और अभिभावकों की नाराजगी के मद्देनजर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के घर के आसपास धारा 144 लगा दी गयी है. मामले की जांच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच कर रही है. ताजा जानकारी के मुताबिक, क्राइम ब्रांच ने अब तक करीब 10 वॉट्सएप ग्रुप्स का पता लगाया है. बताया जा रहा है कि इन सभी वॉट्सएप ग्रुप में करीब 50 से 60 सदस्य थे. इस बारे में और जांच की जा रही है और ग्रुप के सदस्यों से पूछताछ की जा रही है. मामले की जांच के लिए पुलिस के दो उपायुक्तों, चार सहायक पुलिस आयुक्तों और पांच निरीक्षकों का एक विशेष जांच दल गठित किया गया है. यह दल संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) की निगरानी में काम कर रही है. इस बाबत दिल्ली पुलिस ने दो मामले दर्ज किये हैं.