रांची/जमशेदपुर : पीएनबी की बिष्टुपुर व मानगो शाखा से साढ़े तीन करोड़ रुपये के फर्जीवाड़े के मामले में सीबीआइ की आर्थिक अपराध शाखा ने एक और एफआइआर दर्ज की है. सीबीआइ की रांची स्थित आर्थिक अपराध शाखा में सात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इसमें कहा गया है कि आरोपियों ने फर्जी तरीके से बैंक से तीन कैश क्रेडिट आैर तीन ओवर ड्राफ्ट के जरिये 356.65 लाख रुपये लोन लिया, जिसे लौटाया नहीं गया़ ज्ञात हो कि कुछ दिनों पूर्व बैंक की बिष्टुपुर शाखा से जाली दस्तावेजों के जरिए जालसाजी कर बैंक को 3.02 करोड़ रुपये नुकसान पहुंचाने के आरोप में सीबीआइ की आर्थिक अपराध शाखा ने 11 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी.
इस प्राथमिकी में कहा गया था कि फर्जी पैन, आयकर रिटर्न सहित अन्य दस्तावेज बैंक में जमा कर 10 लोगों ने हाउस लोन लिया, उसके बाद वापस नहीं किया. इस कारण कुल 3.03 करोड़ रुपये की राशि एनपीए हो गयी. दूसरी बार दर्ज की गयी प्राथमिकी में जिन लोगों को अभियुक्त बनाया गया है उनमें कुछ के नाम पिछली प्राथमिकी में भी शामिल थे, वहीं कुछ नये आरोपियों के नाम जुड़ गये हैं.
इनके खिलाफ हुई प्राथमिकी
1. चंदन घोष, प्रोपराइटर मेसर्स दीपक ट्रेडिंग कंपनी, पदमा रोड, परसुडीह, जमशेदपुर
2. मेसर्स दीपक ट्रेडिंग कंपनी, डिमना चौक, मानगो, जमशेदपुर
3. दीपेश कुमार सेन, प्रोपराइटर, मेसर्स मुंदेश्वरी एसोसिएट, साकची, जमशेदपुर
4. मेसर्स मुंदेश्वरी एसोसिएट, काली माटी रोड, साकची, जमशेदपुर
5. अमर पाल सिंह, प्रोपराइटर मेसर्स सिंह ट्रेडर्स, काली माटी रोड, साकची, जमशेदपुर
6. मेसर्स सिंह ट्रेडर्स, काली माटी रोड, साकची