दरभंगा : बिहार में दरभंगा जिला के जाले प्रखंड अंतर्गत अहियारी उत्तरी पंचायत के पवित्र धार्मिक तीर्थ स्थल अहल्यास्थान में लगने वाले रामनवमी मेले का शनिवार को दीप जलाकर विधिवत उद्घाटन किया गया. इस अवसर पर न्यास के अध्यक्ष डॉ. कवीश्वर ठाकुर, विधायक जीवेश कुमार, नगर विधायक संजय सरावगी, उनकी पत्नी शोभा सरावगी, प्रमुख फूलो बैठा, उप प्रमुख मो. राजिक, बीडीओ रागिणी साहू, मुखिया सूर्य नारायण शर्मा, महंत बजरंगी शरण, न्यास के उपाध्यक्ष हेमन्त कुमार झा, न्यास के सचिव सह सीओ कमल कुमार, सदस्य उपेंद्र राय, सदस्य सह थानाध्यक्ष कुंदन कुमार एवं कई अन्य मंचासीन रहे. करीब एक महीने तक चलने वाले मेले को राजकीय मेले का दर्जा नहीं मिल सका है. लेकिन, राजकीय दर्जा मिलने की उम्मीद में कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है.
मंच संचालन के क्रम में न्यास के सदस्य जयशंकर झा ने संबोधन के क्रम में विधिवत राजकीय दर्जा नहीं मिलने की बात कहते हुए जनप्रतिनिधियों से इस पर पहल करने की अपील किया. इससे पहले आगत अतिथियों के स्वागत में बजरंग म्यूजिकल के प्रज्ञा रानी, रघुवीर राज, रघुनंदन एवं साथी कलाकार द्वारा ‘धन-धन जागल भाग हे, पाहुन छथि आयल’ जैसे कर्णप्रिय संगीत गाये गये. मिथिला रीति से पाग, चादर और माला पहनाकर अतिथियों को सम्मानित किया गया.
ज्ञातव्य हो कि विगत वर्ष तत्कालीन भूमि सुधार और राजस्व मंत्री डॉ. मदन मोहन झा ने मेले के उद्घाटन अवसर पर मेले को राजकीय दर्जा दिलाने की घोषणा की थी. विभाग द्वारा मेले में यात्री सुविधा बहाल करने के लिए लाखों रुपये की राशि भी दी गयी थी. लेकिन, इस वर्ष राशि नहीं मिल सकी है. न्यास के सचिव सह सीओ कमल कुमार ने राशि मिलने की उम्मीद में इस वर्ष भी उसी अनुरूप तैयारी किये जाने की बात कही है.
क्या कहते हैं माननीय
अहल्यास्थान रामनवमी मेले को राजकीय दर्जा मिल चुका है, कहें तो अतिशयोक्ति नहीं होगी. देर से कार्रवाई शुरू होने के चलते राशि नहीं मिल सकी है. देर सबेर राशि मिल ही जायेगी. अहल्यास्थान के हर अवरुद्ध विकास को पूरा किया जायेगा. (जीवेश कुमार, विधायक जाले)
मिथिला में इतने ज्यादा पौराणिक स्थल हैं, जो दूसरे प्रदेशों में नहीं है. पहले सरकार की दृष्टि अहल्यास्थान तक नहीं पहुंची थी. अब जनप्रतिनिधियों और सरकार दोनों की नजर में अहल्यास्थान आ चुका है. कई विकास के कार्य हुए है, जो शेष है उसे निश्चित रूप से पूरा किया जायेगा. (संजय सरावगी, नगर विधायक)
श्रद्धालुओं की जुटने वाली भीड़ से निबटने के पुख्ता इंतजाम
धार्मिक तीर्थ स्थल अहल्यास्थान में करीब एक माह तक चलने वाला रामनवमी मेला सज धज कर तैयार है. श्रद्धालुओं का आना-जाना और अहल्या गहबर में बैगन का भार चढ़ाने की पुरातन परंपरा भी शुरू है. प्रतिदिन करीब दो दर्जन से ज्यादा श्रद्धालु बैगन का भार चढ़ाने पहुंच रहे हैं. उधर, मेला में आने-जाने वाले श्रद्धालुओं की जुटने वाली भीड़ से निबटने के इंतजाम और उनके रहने-सहने सहित सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासनिक स्तर पर भी तैयारी को अंतिम रूप दिया जा चुका है.
सीसीटीवी कैमरे से होगी निगरानी
सीओ कमल कुमार ने बताया कि मेला में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए इस वर्ष भी दो अस्थायी विश्रामालय, करीब दर्जनभर शौचालय और पीने के पानी आदि की व्यवस्था की गयी है. अहल्या कांवरिया संघ के द्वारा निःशुल्क नींबू पानी का स्टॉल लगाया गया है. मेला में निगरानी के लिए मंदिर और आसपास के क्षेत्र में 16 सीसीटीवी कैमरे लगायेगये हैं. सुरक्षा व्यवस्था के लिए करीब एक दर्जन पुलिस बल तैनात है. तीन-चार दिन अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जायेगी. चिह्नित स्थानीय स्वयंसेवी युवकों से भी सहयोग लिया जायेगा.