नयी दिल्ली : सोशल मीडिया साइटफेसबुक के डेटा को अपने क्लाइंट के चुनावी लाभ के लिए कैंब्रिज एनालिटिका नामक फर्म द्वारा लीक किये जाने के मामले में आज केंद्रीय आइटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पार्टी पर बड़ा आरोप लगाया. रविशंकर प्रसाद ने एक प्रेस कान्फ्रेंस कर कहा कि कैंब्रिज एनालिटिका की सेवा का उपयोग कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुजरात विधानसभा चुनाव में पिछले साल किया था और इस संंबंध में अखबारों में खबरें छपी थी. उन्होंने कहा कि इस संबंध में राहुल गांधी को सामने आकर देश को सामने स्पष्टीकरण देना चाहिए. रविशंकर प्रसाद ने आरोप लगाया कि वर्ष 2019 में होने वाले आम चुनाव से पहले प्रचार अभियान के लिए कांग्रेस ने कैंब्रिज एनालिटिका कंपनी से संपर्क किया था.
रविशंकर प्रसाद ने दो प्रमुख बिजनेस अखबार व एक अन्यअंगरेजी अखबार में पिछले साल अक्तूबर व नवंबर महीने में छपी खबरों की कटिंग मीडिया को दिखाते हुए कहा कि अगर कांग्रेस के नेता इन प्रमुख अखबारों की खबरों नहीं पढ़ते हो हम कुछ नहीं कह सकते हैं. प्रसाद के अनुसार, इन खबरों में कांग्रेस द्वारा कैंब्रिज एनालिटिका की सेवा लेने का उल्लेख है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी इस सच्चाई से भाग नहीं सकती है. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को देश चलाने का अधिकार नहीं है.
उन्होंने कहा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कैंब्रिज एनालिटिका की सेवा ली और उसका उपयोग-दुरुपयोग किया यह बात प्रमाणित है. उन्होंने कहा कि अब वह उनसे अपने रिश्तों से पीछे नहीं हट सकती है. ध्यान रहे कि कल भी भाजपा व केंद्र सरकार ने कांग्रेस पर चुनावी लाभ के लिए इस फर्म की सेवा लेने का आरोप लगाया था. आज केंद्र सरकार ने सीधे तौर पर गुजरात चुनाव में राहुल गांधी द्वारा इसकी सेवा लेने का आरोप लगाया.
इसके बाद कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा था कि भाजपा व जदयू इसकी सेवा लेते रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया था कि 2009 में भाजपा नेता राजनाथ सिंह ने चुनाव में कैंब्रिज एनालिटिका की सेवा ली थी.
कैंब्रिज एनालिटिका पर आरोप है उसने एक एप्स बनाया और उसका उपयोग करने के लिए लोगों को प्रेरित किया, जिसके बदले उन्हें पैसे देने की बात कही गयी. जब लोगों ने उसएप का उपयोग किया तो उसके जरिये फेसबुक से न सिर्फ उनकी बल्कि उनके फ्रेंड्स के भी डेटा चुरा लिये गये और उनके प्रोफाइल के हिसाब से उन्हें अमेरिकी चुनाव के दौरान कंटेंट, एड व अन्य चीजें भेज कर प्रभाावित किया गया.