अयोध्या / लखनऊ : विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने कहा है कि अयोध्या मामले में अदालत से बाहर जारी सुलह की कोशिश से उसका कोई संबंध नहीं है. वह इस संबंध अदालत के फैसले को मानेगी. विहिप के अंतरराष्ट्रीय संगठन के महासचिव दिनेश चंद्र ने बातचीत में यहां कहा, ‘‘हम उच्चतम न्यायालय के जल्द फैसला सुनाने को लेकर आशावान हैं. न्यायालय अब जमीन के मालिकाना हक से जुड़े मामले को सुनेगी, लेकिन हमारे वकील इस बात को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हैं कि हमारे पास विवादित जमीन को राम जन्मभूमि साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत मौजूद हैं.’
चंद्र ने कहा कि ‘‘अगर शीर्ष न्यायालय का फैसला राम जन्मभूमि के खिलाफ जाता है, तो हम केंद्र सरकार से राम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण के लिए कानून बनाने को कहेंगे.’ उन्होंने कहा कि यह केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है कि वह लोगों को क्या संदेश देना चाहती है.