नयी दिल्ली : कैंब्रिज एनालिटिका पर फेसबुक के करीब पांच करोड़ सदस्यों से जुड़ी जानकारियों का दुरुपयोग करने के आरोप के बीच केंद्रीय प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा है. रविशंकर प्रसाद ने अपने बयान में कहा है कि फेसबुक इस बात को नोट कर ले कि अगर जरूरत पड़ी, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जायेगी. कैंब्रिज एनालिटिका पर फेसबुक के पांच करोड़ सदस्यों से जुड़ी जानकारियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगा है.
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इस पर सूचना प्रौद्योगिक मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि कैंब्रिज एनालिटिका ने चुनावों को हनी ट्रैप और फेक न्यूज से प्रभावित करने की कोशिश की है. कैंब्रिज एनालिटिका भारत, नाइजीरिया जैसे देशों में काम किया और हम प्रेस की आजादी का पूरा समर्थन करते हैं. मैं कानून और आईटी मंत्री के तौर पर कह रहा हूं कि सोशल मीडिया जिसमें फ़ेसबुक शामिल है का दुरुपयोग कर चुनावों को प्रभावित करने को न तो हम टॉलरेट करेंगे और न ही मंजूरी देंगे.
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि फेसबुक यह बात नोट कर ले. अगर जरूरत पड़ी तो सख्त कार्रवाई करेंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस इसका उपयोग क्यों कर रही है? कांग्रेस का कैंब्रिज एनालिटिका से प्रेम क्यों है? मीडिया में आ रही खबर के मुताबिक, राहुल कैंब्रिज एनालिटिका नाम के ब्रह्मास्त्र का इस्तेमाल 2019 में मोदी के खिलाफ करना चाहते थे. उन्होंने क्या कांग्रेस चुनाव जीतने के लिए अब डेटा चोरी का इस्तेमाल करेगी? सेक्स स्लेव और फेक न्यूज के रास्ते को कांग्रेस अपनायेगी जैसा कैंब्रिज एनालिटिका ने किया? इस संगठन की राहुल की सोशल मीडिया प्रोफाइल में क्या भूमिका है?
राहुल गांधी का जिक्र
अभी राहुल गांधी की ट्विटर फॉलोवर काफी बढ़े हैं. क्या फेक फॉलोवर बढ़ाने के लिए इसका इस्तेमाल किया. हमारे पीएम कहते हैं कि डिजिटली और फिजकली कनेक्ट रहें, लेकिन यह ऐसा नहीं कर रहे 20 करोड़ भारतीय फेसबुक पर हैं. उन्होंने कहा कि मार्क जुकरबर्ग भारत के आईटी मंत्री के शब्दों चिह्नित कर लें. हम ऐसे किसी भी कदम को बर्दाश्त नहीं करेंगे. अगर जरूरत पड़ी, तो आपको बुलाया भी जा सकता है.
आपको बता दें कि कैंब्रिज एनालिटिका पर फेसबुक के पांच करोड़ सदस्यों से जुड़ी जानकारियों का दुरुपयोग करने आरोप लगा है. इसके बाद कंपनी ने अपने मुख्य कार्यकारी अलेक्जेंडर निक्स को सस्पेंड कर दिया है. कैंब्रिज एनालिटिका वही कंपनी है, जिसने 2016 में अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव के दौरान डोनाल्ड ट्रंप की कैंपेनिंग की थी.
इस बीच, खबर यह भी है कि फेसबुक के शेयर लुढ़क गये है. बाजार भाव से करीब 40 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है. दुनिया के सबसे अमीर लोगों के फोर्ब्स लाइव ट्रैकर के मुताबिक मार्क जुकरबर्ग की अपनी दौलत को 5.5 अरब से 6.9 डॉलर तक की चोट पड़ गयी. फिर उसकी जांच भी शुरू हो गयी है. सीनेट की न्यायिक समिति ने फेसबुक, ट्विटर और गूगल के सीईओ को सुनवाई के लिए बुलाया. इसके साथ ही, अब डिलिट फेसबुक कैंपेन शुरू हो गया है, जिसमें कई बड़ी आवाजें शामिल हैं. मामला पांच करोड़ यूजर्स की सूचनाओं के लीक और इस्तेमाल का है.