पेरिस : फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी को 2007 के चुनाव प्रचार के दौरान लीबिया से चंदा लेने के संदिग्ध मामले में पूछताछ के लिए मंगलवार को पुलिस हिरासत में लिया गया. जांच से करीबी तौर पर जुड़े सूत्र ने यह जानकारी दी.
दरअसल, सरकोजी (63) मामले में पूछताछ के लिए एक समन का जवाब देने से अब तक इनकार करते रहे थे. गौरतलब है कि पिछले साल नवंबर में एक कारोबारी ने लीबिया के नेता से प्राप्त नोटों से भरा तीन सूटकेस फ्रांसीसी नेता के चुनाव प्रचार के लिए चंदे के तौर पर देने की बात स्वीकारी थी. सरकोजी को हिरासत में लिये जाने की बात सबसे पहले मीडिया पार्ट खोजी समाचार वेबसाइट और फ्रांसीसी दैनिक ली मोंडे ने रिपोर्ट की थी और पूर्व सहयोगी अलेक्सांद्र जौहरी की लंदन में गिरफ्तारी और बाद में जमानत पर रिहा किये जाने के कुछ हफ्ते बाद सामने आयी है.
जांच से जुड़े एक करीबी सूत्र ने यह भी कहा कि सरकोजी के राष्ट्रपति रहने के दौरान सरकार में शीर्ष मंत्री रहे ब्राइस होर्टेफ्यूक्स से भी जांच के सिलसिले में मंगलवार को पूछताछ की गयी. वह जांच के केंद्र में रहे हैं. लीबियाई शासक मोअम्मर कज्जाफी और उनके बेटे सैफ अल-इस्लाम के सरकोजी को चुनाव लड़ने के लिए धन प्रदान करने के दावों की जांच कर रहे न्यायाधीशों ने 2013 में इसकी जांच शुरू की. हालांकि, सरकोजी ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि लीबिया में कज्जाफी के 41 साल के शासन को खत्म करने में अमेरिकी नेतृत्ववाले सैन्य हस्तक्षेप में उनकी भागीदारी को लेकर लीबियाई शासन के कुछ सदस्य उनसे नाराज थे.
फ्रांसीसी मूल के लीबियाई कारोबारी जैद तकीदीन ने कहा कि उन्होंने सरकोजी के चुनाव प्रचार के लिए 2006 के अंत में और 2007 की शुरुआत में धन के साथ त्रिपोली से पेरिस की तीन यात्राएं की थी. तकीदीन ने दावा किया कि हर बार सूटकेस में 20 लाख यूरो थे. उनके मुताबिक, उन्हें यह रकम कज्जाफी के सैन्य खुफिया प्रमुख अब्दुल्ला सेनुसी ने दिया था.