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आपकी कार से जुड़ा होगा आपका स्मार्टफोन!…जानें पूरी खबर

स्मार्टफोन की बिक्री दर में दुनियाभर में गिरावट शुरू हो चुकी है. इस उद्योग से जुड़े विशेषज्ञ अब इसे अन्य डिवाइसों से जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि इसकी उपयोगिता को बढ़ाया जा सके. हालिया आयोजित ‘मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस’ के दौरान विशेषज्ञों ने चिंता जतायी कि क्या अब समय आ गया है कि मोबाइल […]

स्मार्टफोन की बिक्री दर में दुनियाभर में गिरावट शुरू हो चुकी है. इस उद्योग से जुड़े विशेषज्ञ अब इसे अन्य डिवाइसों से जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि इसकी उपयोगिता को बढ़ाया जा सके. हालिया आयोजित ‘मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस’ के दौरान विशेषज्ञों ने चिंता जतायी कि क्या अब समय आ गया है कि मोबाइल से आगे के बारे में सोचा जाये या फिर इसकी गुणवत्ता बढ़ायी जाये और इसमें अन्य चीजों को समाहित किया जाये? तकनीकी विकास और लोगों की जरूरतों के बदलते दौर में किस तरह से बढ़ायी जा सकती है मोबाइल की उपयोगिता समेत इससे जुड़े अन्य पहलुओं पर चर्चा कर रहा है आज का इन्फो टेक पेज …
पिछले कई वर्षों से स्मार्टफोन की बिक्री में दुनियाभर में लगातार जारी बढ़ोतरी के बीच वर्ष 2017 में इसकी बिक्री दर में गिरावट आयी है. कई कंपनियों ने अपने नतीजों में जिन चीजों को दर्शाया, उससे यह संकेत मिले हैं कि मौजूदा मोबाइल में व्यापक तरीके से बदलाव किया जा सकता है. वैसे, यह कहना मुश्किल है कि स्मार्टफोन का समय खत्म हो चुका है, लेकिन इतना तय है कि यह अब पूरी तरह से परिपक्व हो चुका है और इसे ऑटोमाबाइल मार्केट के साथ जोड़ने की पूरी तैयारी है, ताकि इसकी उपयोगिता को बढ़ाया जा सके.
इसमें भी एक तथ्य यह है कि मध्यपूर्व एशियाई देशों और अफ्रीका में अभी इसका बड़ा बाजार बना हुआ है. इन देशों में पिछले वर्षों के दौरान फीचर फोन को छोड़ तेजी से लोग स्मार्टफोन को अपना रहे हैं. दरअसल, इंटरनेट चलाने के लिए लोग स्मार्टफोन को तेजी से अपना रहे हैं. लेकिन, मोबाइल फोन की बिक्री और नेटवर्क कनेक्शन के विस्तार में अब एक प्रकार की स्थिरता आ चुकी है. दुनियाभर में करीब आठ अरब मोबाइल फोन ग्राहक बन चुके हैं, जो इस धरती पर इनसानों की कुल आबादी से भी कहीं अधिक है. और इनमें से आधे से अधिक स्मार्टफोन का इस्तेमाल हो रहा है, जो ब्रॉडबैंड के ग्राहक भी हैं.
कनेक्टेड डिवाइस पर जोर
यहां तक कि यदि मोबाइल फोन धारकों की कुल संख्या अभी भी बढ़ रही है, तो संभवतः मोबाइल फोन की संख्या के लिए एक ऊपरी सीमा है. दुनियाभर में हर व्यक्ति के पास एक मोबाइल हो सकता है, लेकिन प्रत्येक व्यक्ति के पास दो या इससे अधिक नहीं होगा. यही कारण है कि अब अनेक कंपनियां कनेक्टेड डिवाइस पर जोर दे रही हैं. ‘ब्लूमबर्ग’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ‘एटीएंडटी’ ने अपनी सालाना रिपोर्ट में कहा है कि वर्ष 2010 में फोन के अलावा अन्य डिवाइसों में नेटवर्क 10 मिलियन तक था, जो अब बढ़ कर 40 मिलियन तक पहुंचचुका है.
5जी से जुड़ेंगे स्वायत्त वाहन
एटीएंडटी ने अपनी रिपोर्ट में यह भी कहा है कि वर्ष 2015 से वह कनेक्टेड कारों की सूची भी तैयार कर रहा है. पिछले साल इसमें 6.4 मिलियन डिवाइसों को शामिल किया गया, जो अब बढ़ कर 17.8 मिलियन तक पहुंच चुकी है.
इस प्रवृत्ति में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. आज कनेक्टेड कारों के रूप में बड़ा मौका कंपनियों को दिख रहा है. तकरीबन सभी टेलीकॉम कंपनियां इसे भुनाना चाह रही हैं. मौजूदा समय में वाहनों में नेटवर्क कनेक्शन केवल मनोरंजन आदि मुहैया कराने के लिए दिया जाता है, लेकिन जल्द ही स्वायत्त वाहनों के रूप में हमें ब्रॉडबैंड 5जी नेटवर्क से सज्जित अनेक नयी चीजें देखने को मिल सकती हैं.
आपके स्मार्टफोन को कार की चाभी में बदलेगा बीएमडब्लू
हाल ही में बार्सिलोना में आयोजित एक कार्यक्रम में बीएमडब्लू ने घोषणा की है कि नये इनोवेशन के जरिये वह भविष्य में आपके कार की चाभी को आपके स्मार्टफोन में ही समाहित कर देगा. ‘टेकक्रंच’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने हाल में ‘ऑटोनोमस आई3 इलेक्ट्रिक कार’ पेश किया है, जिसे फोन से ही नियंत्रित किया जा सकता है.
इसमें पीछे की सीट पर बैठ कर फोन के जरिये ही आप इसकी समग्र गतिविधियों को संचालित कर सकते हैं. गंतव्य पर पहुंचने पर आप बाहर निकलेंगे और कार स्वयं पार्किंग की जगह तलाश कर वहां खड़ी हो जायेगी. जल्द ही इसमें डिजिटल चाभी मुहैया करायी जायेगी, ताकि वाहन मालिक इसे लॉक या अनलॉक कर सकें. उम्मीद जतायी गयी है कि इसी वर्ष जुलाई से इस सेवा की शुरुआत की जा सकती है, जिसे केवल सैमसंग स्मार्टफोन के जरिये कार्यान्वित किया जा सकता है. इसके अलावा, टेसला भी इस तरह से कुछ नयी योजना लेकर आ रहा है.
अप्रैल में फोर्ड यूजर्स को मोबाइल नेविगेशन एप ‘वेज’ मुहैया कराया जायेगा, जिसे स्मार्टफोन के जरिये इस्तेमाल किया जा सकेगा. इससे कार का नेविगेशन सिस्टम वॉइस कमांड से नियंत्रित किया जा सकेगा. इस खास मकसद से बनाया गया यह एप इस लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण हो सकता है.
– डॉन बटलर, एक्जीक्यूटिव डायरेक्ट, फोर्ड
स्मार्टफोन से सेफ होगी ऑटोनोमस कार
कारों और स्मार्टफोन्स के बीच मजबूत संपर्क कायम होने से भविष्य में स्वायत्त कारों को अधिक-से-अधिक सुरक्षित बनाया जा सकेगा. फोर्ड के एक अधिकारी के हवाले से ‘एक्सप्रेस डॉट को डॉट यूके’ की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि कनेक्टेड वाहनों से स्वायत्त कारों की तकनीक उन्नत होगी और इनका संचालन ज्यादा सुरक्षित तरीके से हो सकेगा.
क्या मच्छरों को भगा सकता है स्मार्टफोन एप?
सभी मच्छर कुछ खास किस्म की ध्वनि निकालते हैं. जो मच्छर आपको काटते हैं, आम तौर पर आप उनके काटने के बारे में सही से जान नहीं पाते हैं. दूसरी ओर, जो मच्छर आपको काटने वाला होता है, आप उसकी आवाज को सही से सुन नहीं पाते हैं और वह बिना आपको बताये आपका खून चूस कर भाग लेता है. इतना ही नहीं, नर और मादा मच्छरों की ध्वनियों में भी काफी अंतर होता है.
मच्छरों की ध्वनियों को परखते हुए इनसानों के पास फटकने से दूर रहने के लिए लंबे अरसे से कई कंपनियां अनेक उपाय कर चुकी हैं.हालांकि, इन कार्यों में वे वैज्ञानिक साक्ष्यों का इस्तेमाल कम ही करते हैं. हाल ही में अनेक कंपनियों ने मोस्किटो रिपेलेंट एप्स का ईजाद किया है, जो आपके स्मार्टफोन के लिए ऑनलाइन उपलब्ध है. वैसे, अब तक एेसे प्रमाणित साक्ष्य नहीं मिल पाये हैं, जिनके आधार पर यह दावा किया जा सके कि खास किस्म की ध्वनि-निकालने वाली डिवाइसों से मच्छरों को काटने से रोका जा सके. फील्ड परीक्षण और लैबोरेटरी अध्ययन में भी ऐसा नहीं मुमकिन हो सका.
‘एबीसी डॉट नेट डॉट एयू’ की एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि विविध अध्ययनों से यह भी पता चला है कि इन ध्वनि-उत्सर्जन वाले उपकरणों से वास्तव में एशियाई टाइगर मच्छर और यलो फीवर मच्छर द्वारा काटने की घटना बढ़ी है.
ऐसे में स्मार्टफोन एप्स के जरिये मच्छरों को रोकने का दावा कितना कारगर है, इसे आसानी से समझा जा सकता है. ध्वनि पैदा करते हुए मच्छरों को रोक पाना बेहद मुश्किल है. इसलिए यदि इन एप्स के जरिये मच्छरों को काटने से नहीं रोका जा सकता है, तो फिर मच्छर-जनित बीमारियों को पैदा होने से कैसे रोका जा सकता है़

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