राउरकेला : हममें से अधिकतर लोगों ने संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘हम दिल दे चुके सनम’ देखी होगी, जिसमें नायिका प्रेम तो किसी से करती है लेकिन उसकी शादी किसी और से करा दी जाती है. वह अपने पति से अपने प्रेम संबंध के बारे में बताती है और उसका पति उसके प्रेमी को ढूंढ़कर उससे अपनी पति की शादी कराना चाहता है. इस फिल्म का क्लाइमेक्स चाहे जो भी रहा हो, लेकिन ओडिशा के सुंदरगढ़ जिसे के पमारा गांव में कुछ ऐसी की कहानी देखने को मिली, अंतर सिर्फ यही था कि पति ने अपनी पत्नी की शादी उसके प्रेमी से करवा दी.
इसके बाद बासुदेव ने अपने घर वालों और अपनी पत्नी के घर वालों से यह आग्रह किया कि वह उनदोनों की शादी करवा दें.बासुदेव और उसकी मां का कहना है कि इस परिस्थिति में यही सबसे अच्छा निर्णय है क्योंकि अगर ऐसा नहीं किया जाता, तो तीन लोगों की जिंदगी बर्बाद हो जाती है. बासुदेव की पत्नी और उसके प्रेमी की शादी में गांववाले शामिल हुए और पूरे रीति-रिवाज से उनकी शादी हुई.