डुमरिया (गया) : एक तरफ राज्य सरकार समाज से दहेज जैसी कुरीति को दूर करने के लिए अभियान चला रही है, तो दूसरी तरफ आज भी कुछ दहेजलोभी समाज को कलंकित करने से बाज नहीं आ रहे हैं. ताजा मामला गया जिले के डुमरिया प्रखंड की भंगिया पंचायत के जमुनिया टांड टोला छोटकी केवला का है. यहां दहेज में मोटरसाइकिल न मिलने पर ससुरालवालों ने महिला समेत उसके दो बच्चों को जिंदा जला दिया.
सूत्रों के मुताबिक, महिला को जलाने के वक्त उसके दो बच्चे भी गंभीर रूप से जल गये. महिला व उसकी बेटी की मौत तो घर में ही हो गयी, जबकि बेटे ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. मृतकों की पहचान जमुनिया टांड निवासी उदय यादव की 26 वर्षीय पत्नी उनिता देवी, पांच वर्षीय पुत्री अंजली कुमारी व एक वर्षीय बेटे अंकित कुमार के रूप में हुई है. वारदात के बाद सभी आरोपित घर से फरार बताये जा रहे हैं. मामले में पलामू जिले के छतरपुर थाना क्षेत्र के बाघमारा निवासी मृतका के पिता विष्णुदेव यादव ने डुमरिया थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है.
2012 में हुई थी शादी
मृतका के भाई प्रदीप यादव ने बताया कि उसकी बहन उनिता की शादी वर्ष 2012 में जमुनिया टांड निवासी दशरथ यादव के पुत्र उदय यादव से हुई थी. शादी के बाद से ही उसका बहनोई मोटरसाइकिल के लिए बहन को प्रताड़ित कर रहा था. वह मोटरसाइकिल देने में सक्षम नहीं था और कई बार बहन से मारपीट करने पर बहनोई को समझाने का प्रयास किया. बहनोई के पिता भी उन्हें समझाने की बात कहते रहे. घटना के दिन भी बहनोई व बहन में मोटरसाइकिल को लेकर बहस हुई थी. शनिवार शाम चार बजे तीनों को जला कर मार दिया गया. बहन व भांजा-भांजी की मौत की खबर सुन कर मौके पर पहुंचे, तो बहनोई का पूरा परिवार फरार मिला.
दूसरे दिन घटनास्थल पर पहुंची पुलिस
जमुनिया टांड जंगली इलाका होने के कारण पुलिस घटनास्थल पर रात के बजाय रविवार की सुबह पहुंची. डुमरिया थानाध्यक्ष राजेश्वर प्रसाद ने बताया कि हत्या की सूचना देर रात मिली थी. सुदूर व जंगली इलाका होने के कारण रविवार सुबह गांव में पहुंच कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. उन्होंने बताया कि मृतका के पिता विष्णुदेव यादव ने उसके पति उदय यादव, ससुर दशरथ यादव व सास कैली देवी पर मामला दर्ज कराया है. पुलिस आरोपितों को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है.
तीन लोगों की मौत से गांव में पसरा सन्नाटा
जमुनिया टांड गांव में महिला समेत दो बच्चों की मौत के बाद सन्नाटा पसर गया है. हत्या के बाद घर में ताला बंद कर दशरथ यादव का पूरा परिवार फरार है. गांव के लोग घटना की निंदा तो कर रहे हैं, लेकिन कुछ भी बताने को तैयार नहीं हैं. मृतकों का क्रिया-कर्म भी मायकेवाले ही कर रहे हैं.