अररिया : 11 मार्च को होने वाले उप चुनाव की खास बात यह रहेगी कि इस बार जिले में आदर्श मतदान केंद्र नहीं बनाये जायेंगे, बल्कि कुछ मतदान केंद्रों को पिंक बूथ बनाया जायेगा. पिंक बूथों की विशेषता यह होगी कि वहां केवल महिला कर्मियों की ही तैनाती रहेगी. जानकारी देते हुए डीएम हिमांशु शर्मा ने बताया कि अररिया व फारबिसगंज शहरों के कुल 14 मतदान केंद्र पिंक बूथ के लिए चिह्नित किये गये हैं. ये सभी 14 बूथ दोनों शहरों के चार स्कूल भवनों में स्थित है.
डीएम ने कहा कि पिंक बूथों में केवल महिलाओं की तैनाती रहेगी. पीठीसीन पदाधिकारी व पोलिंग पदाधिकारी के रूप में महिला कर्मी की तैनाती तो होगी ही. साथ ही प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी भी महिला ही होंगी. अररिया व फारबिसगंज में सात-सात मतदान केंद्र पिंक बूथ होंगे.
पिंक बूथ
अररिया- बालिका उच्च विद्यालय
बूथ संख्या 142, 143, 144
कन्या मध्य विद्यालय, खरैया बस्ती-
बूथ संख्या 145, 145 क, 146, 146 क
फारबिसगंज
ली एकेडमी
बूथ संख्या 114, 114 क, 115, 116
बीडीजीएस स्कूल
बूथ संख्या 117, 117 क, 118
छह वर्षों में सड़क दुर्घटनाओं में हो चुकी है लगभग 382 लोगों की मौत
बार-बार दुर्घटनाओं के बाद भी एनएच 57 पर नहीं बन पाया है सुरक्षित क्रॉसिंग
अररिया : चमचमाती सड़क लोगों के आवागमन को सुगम बनाने के लिए तैयार किये जाते हैं, लेकिन ये सड़कें मौत को आमंत्रण दे रही हैं. सड़क सुरक्षा को लेकर जितने भी अभियान चलाये जा रहे हों, लेकिन सड़कों पर दौड़ती तेज रफ्तार वाहनों पर कहां किसी का लगाम है. एनएच 57 फोरलेन सड़क के पचगछिया पर जेसीबी व बस की आमने-सामने की टक्कर में हुई पांच लोगों की मौत भी वाहनों के परिचालन नियमों के उल्लंघन का ही परिणाम है. देखते ही देखते पांच परिवारों के घर मौत का सन्नाटा पसर गया, जो कि मानवीय भूल का नतीजा है. हालांकि सड़क दुर्घटना में हो रहे मौतों का कारण एनएचआइ भी है.
फारबिसगंज- नरपतगंज एनएच पर नरपतगंज बाजार जैसे मुख्य स्थलों पर सड़क क्रॉसिंग के लिए सुरक्षित समपार नहीं बनाया गया है. नतीजा एनएच 57 की चिकनी व सपाट सड़क लगातार रक्तरंजित होती जा रही है.
यातायात नियमों की सही जानकारी नहीं होना भी बन रहा है दुर्घटना का कारण : मोटरगाड़ी अधिनियम 1998 की विभिन्न धाराओं के तहत यातायात नियंत्रित करने के लिए कई प्रावधान निर्धारित किये गये हैं. इसके लिए धारा 108 से लेकर धारा 190 तक के तहत दंड का प्रावधान है. देखा जाये तो परिवहन विभाग इन धाराओं का प्रयोग केवल लक्ष्यों की पूर्ति करने तक के लिए ही करती है. परिणाम वाहनों के चाल पर ब्रेक नहीं लग पा रहा है, जो दुर्घटनाओं को आमंत्रित कर रहा है.
विगत छह वर्षों में सड़क दुर्घटना में हुई मौत
वर्ष 2012 73
वर्ष 2013 67
वर्ष 2014 69
वर्ष 2015 62
वर्ष 2016 47
वर्ष 2017 45
वर्ष 2018 19 अब तक
प्रति वर्ष 65-70 मौतें औसतन हुई हैं
एनएच 57 एक वर्ष में लील चुकी है 18 जिंदगी
आम लोगों के अलावा एनएच 57 के फोरलेन सड़क पर पुलिस पदाधिकारी भी कातिल वाहनों का शिकार हो चुके हैं. 19 जुलाई 2017 को फारबिसगंज में पदस्थापित दारोगा प्रमोद कुमार की मौत भी नरपतगंज में वाहन दुर्घटना के शिकार होने के कारण हो चुकी है, जबकि अररिया- रानीगंज एनएच पर 18 फरवरी 18 को एसएसी एसटी थाना में तैनात खरहट पंचायत निवासी होमगार्ड के जवान सदानंद पासवान भी वाहन दुर्घटना के कारण असमय काल के ग्रास बन गये. यही नहीं 09 जुलार्इ 17 को ही नरपतगंज एनएच 57 पर राजगंज लाइन होटल के समीप अज्ञात वाहन को ठोकर से बाइक सवार राजगंज वार्ड संख्या 10 निवासी कैलू मियां की मौत हो गयी थी. 03 जुलार्इ 17 को फारबिसगंज-जोगबनी एनएच 57 पर भद्रेश्वर गांव के समीप पथरदेवा निवासी किसान रामानंद मेहता की मौत हो गयी थी. 11 मई 17 को एनएच 57 पर अररिया के दीया होटल के समीप दो ट्रकों की आमने-सामने की टक्कर में समस्तीपुर निवासी एक ट्रक चालक की मौत हो गयी थी. एनएच 57 पर अररिया-पूर्णिया फोरलेन सड़क पर आजमनगर वार्ड संख्या मो इकबाल व फारबिसगंज कॉलेज के समीप एक ट्रक ने दवा व्यवसायी को रौंद दिया था. 23 जनवरी 18 को एनएच 57 पर फारबिसगंज के सुभाष चौके के काली मंदिर के निकट ट्रक ने नेपाल के धरान निवासी बाइक सवार देव कुमार राय की मौत हो गयी. 30 जनवरी 18 को एनएच 57 पर मुड़बल्ला के समीप सड़क पर कर रहे मुड़बल्ला निवासी सफीकउद्दीन को एक अज्ञात वाहन रौंदते हुए निकल गया. 03 फरवरी 18 को एनएच 57 के हरियाबाड़ा के समीप एंबुलेंस व चार चक्का वाहन में हुई भिड़ंत के कारण सिलीगुड़ी सेवक बाजार निवासी राजेश कुमार एंबुलेंस चालक की मौत हो गयी. 06 फरवरी 2018 को एनएच 57 के लाहटोरा के समीप सड़क पार करने के दौरान 10 वर्षीय लुबीना व पांच वर्षीय गुलजार भी अज्ञात वाहन की चपेट में आ गया. घटनास्थल पर ही उसके दम तोड़ दिया. 19 फरवरी 18 को एनएच 57 के कुसियारगांव के समीप एक बाइक सवार की मौत हो गयी. 21 फरवरी को एनएच 57 पर गड़ियारी गांव के समीप खाबदह पंचायत के वार्ड संख्या 15 निवासी जमीला खातून की मौत ऑटो दुर्घटना में हो गयी.