कटिहार : बिहार के कटिहार में अमदाबाद प्रखंड के चौकिया पहाड़पुर पंचायत के गदाई दियारा के वार्ड नंबर 11 शुक्रवार को होली के दिन ही आगलगी की घटना में 70 घर से अधिक जलकर राख हो गया. अगलगी की घटना में लाखों का नुकसान पहुंचा है. गांव के लोगों के सहयोग से आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक सब कुछ बर्बाद हो चुका था. घटना के 24 घंटे बाद प्रशासनिक पदाधिकारी अग्निकांड का जायजा लेने गांव पहुंचे हैं, लेकिन अब तक सरकारी मदद नहीं मिल पायी है. होली का त्योहार इन लोगों के लिए काफी बुरा साबित हुआ है.
जानकारी के अनुसार होली को लेकर गदाई दियारा के वार्ड नंबर 11 में खुशी की लहर थी. सभी लोग अपने-अपने घर में पुआ पकवान बना रहे थे. बच्चे होली का उत्साह मना रहे थे. इसी बीच गांव में आग लगने की खबर मिलते ही लोगों में अफरा-तफरी मच गयी और देखते ही देखते होली का उत्साह गम में बदल गया. अगलगी की घटना में रामशरण चौधरी, सीताराम चौधरी, जवाहर चौधरी, अजय चौधरी, लोबिन चौधरी, छट्ठू चौधरी, मदन मंडल, अशोक मंडल, नन्हू मंडल, माथुर मंडल, कल्पना देवी, अकली देवी, रासो देवी सहित 70 परिवारों का आशियाने देखते ही देखते आग के भेंट चढ़ गयी.
आग का लपट इतनी तेज थी कि आग पर काबू पाना काफी मुश्किल था. लोगों को समझ में जब तक आता तब तक सब कुछ जल कर राख हो गया. ग्रामीणों ने कहा कि छोटे लाल चौधरी के घर के पीछे से आग उठा और देखते ही देखते सब कुछ जला कर राख कर दिया. ग्रामीणों ने कहा कि आग लगने की कारण का पता नहीं चल पा रहा है. बहरहाल दर्जनों अग्निपीड़ित परिवार खुले आसमान के नीचे जीवन बिताने को विवश हो गये हैं. पूर्व मुखिया कुणाल किशोर सिंह उर्फ जुगनू ने बताया कि इस गांव पर पता नहीं किसकी नजर लगी जो देखते ही देखते सब कुछ बर्बाद हो गया. अग्निपीड़ित परिवार के लिए सर छुपाने के लिए कुछ नहीं रह गया है.
अगलगी की इस घटना में लाखों की संपत्ति जल कर राख हो गया है. आग लगी के समय पछुआ हवा भी तेज चल रहा था. जिस वजह से आग पर काबू पाना मुश्किल हो गया था. दियारा क्षेत्र होने के कारण अधिकांश लोगों का घर खरपतवार का है. ऊपर से टीन तथा करकट का छत है. आग लगी कि घटना में अग्निपीड़ित परिवारों का कपड़ा, अनाज, बर्तन एवं नकदी सहित घरेलू समान जल गया है. लोगों के समझ खाने पीने एवं कपड़े पहने आदि का घोर समस्याएं उत्पन्न हो गयी है.
घटना वाली रात रात भर पीड़ित परिवार जागकर अंधेरे में अपना रात गुजारने को विवश थे. पीड़ित परिवार का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है. बच्चे भूख से बिल-बिला रहे हैं. उन्हें खाने, पीने के लिए कुछ नहीं मिल रहा है. आगलगी वाला घटना होली का दिन शुक्रवार दो मार्च को हुआ. लेकिन, आग लगी कि घटनास्थल तक एक भी पदाधिकारी नहीं पहुंचे. 24 घंटा बाद आग लगी घटनास्थल पर शनिवार को एसडीओ अरुण कुमार सिंह, डीएसपी उमाशंकर प्रसाद सिंह, सीओ कुमार रविंद्र नाथ, बीडीओ रणधीर कुमार, प्रखंड प्रमुख गोपाल प्रसाद सिंह, चौकिया पहाड़पुर पंचायत के पूर्व मुखिया कुणाल किशोर सिंह आदि लोगों ने शनिवार को घटनास्थल पर पहुंचकर पीड़ित परिवारों से रूबरू हुए एवं घटना का जायजा लिया.
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