हैदराबाद : भाकपा महासचिव एस सुधाकर रेड्डी ने उन दो एग्जिट पोल पर आज संदेह जताया जिनमें त्रिपुरा में भाजपा के जीतने की बात कही गयी है. उन्होंने कहा कि वाम मोर्चे को त्रिपुरा में अपनी जीत का विश्वास है. यह उल्लेख करते हुए कि बिहार और दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान कुछ एग्जिट पोल गलत साबित हुए थे, रेड्डी ने कहा कि उन्हें पूर्वोत्तर राज्य में चुनाव बाद हुए सर्वेक्षणों को लेकर संदेह है.
भाकपा महासचिव एस सुधाकर रेड्डी ने उल्लेख किया कि एक एग्जिट पोल में भाजपा-आईपीएफटी गठबंधन को 51 प्रतिशत वोट मिलने की बात कही गयी है, जबकि दूसरे में वाम मोर्चे को 45-46 प्रतिशत वोट मिलने की बात कही गयी है. उन्होंने कहा कि प्रतिशत में ‘‘मामूली’ अंतर है. रेड्डी ने यह भी कहा कि सी-वोटर एग्जिट पोल में वाम मोर्चे को ‘‘लाभ’ दिया गया है. सी-वोटर के एग्जिट पोल में कहा गया है कि त्रिपुरा में कांटे की टक्कर है. माकपा को 44.3 प्रतिशत मतों के साथ 26 से 34 सीट मिलने की संभावना है. इसमें कहा गया है कि भाजपा को 42.8 प्रतिशत मतों के साथ 24 से 32 सीट मिल सकती हैं. कांग्रेस को 7.2 प्रतिशत मतों के साथ लगभग दो सीट मिलने की संभावना जतायीगयी है.
एस सुधाकर रेड्डी ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि त्रिपुरा में भाजपा जीत सकती है. हमें पूरा विश्वास है कि वाम मोर्चा जीतेगा.’ त्रिपुरा विधानसभा की 60 में से 59 सीटों के लिए 18 फरवरी को मतदान हुआ था. इस महीने के शुरू में माकपा उम्मीदवार रामेंद्र नारायण देब बर्मा के निधन की वजह से चारिलाम सीट पर चुनाव नहीं हो पाया. इस सीट पर अब 12 मार्च को मतदान होगा.