मुजफ्फरपुर/पटना : बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में गत शनिवार को 9 स्कूली बच्चों को कुचलने और 20 अन्य को जख्मी कर देने वाले वाहन के मालिक मनोज बैठा ने कल देर रात्त वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के आवास पर आत्मसमर्पण कर दिया. मुजफ्फरपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विवेक कुमार ने बताया कि मनोज बैठा ने कल देर रात एक बजे के करीब उनके सरकारी आवास पर आत्मसर्पण कर दिया.
उन्होंने बताया कि मनोज बैठा के घायल होने के मद्देनजर उन्हें इलाज के लिए जिला सदर अस्पताल भेजा गया और बाद में पटना रेफर कर दिया गया. पटना मेडिकल कालेज अस्पताल में जनरल वार्ड में भर्ती मनोज बैठा के चेहरे पर चोट के निशान हैं. मीडिकर्मियों द्वारा चोट के संबंध में सवाल पूछे जाने पर वह चुप्पी साधे रहे. यह पूछे जाने पर कि जिस वाहन से बच्चों की मौत हुई, उसे वे स्वयं शराब पीकर चला रहे थे, मनोज ने इशारों में इनकार किया और कहा कि वह शराब नहीं पीते हैं.
तीन दिनों तक फरार रहने और आत्मसमर्पण में देरी पर पूछे गये सवाल का भी उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. हादसे में घायल एक बच्ची के पिता मोहम्मद शाहिद अंसारी ने मनोज बैठा के लिए उम्रकैद की मांग की है. इस हादसे में उनके पांच भतीजे-भतीजियों की भी मौत हो गयी थी. शाहिद ने मनोज की बात पर यकीन करने से इनकार किया है और कहा कि घायल बच्ची ने मनोज बैठा द्वारा ही गाड़ी चलाने की बात कही है.
उन्होंने बताया कि एक बूढ़ी महिला को धक्का मारने के बाद फरार होने के क्रम में मनोज बैठा ने सड़क पार करने के लिए किनारे खड़े स्कूली बच्चों को कुचल दिया था. गौरतलब है कि इस हादसे के दो दिनों के बाद गत 26 फरवरी की देर शाम सीतामढ़ी जिला स्तर के भाजपा कार्यकर्ता मनोज बैठा को उनकी पार्टी ने प्राथमिक सदस्यता से छह साल के लिए निलंबित कर दिया था.