पटना: जन अधिकार पार्टी (लो) के संरक्षक और सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा है कि मुजफ्फरपुर में नौ स्कूली बच्चों को मौत की नींद सुलाने वाले भाजपा नेता मनोज बैठा को सत्ता का संरक्षण प्राप्त है. इसलिए सीसीटीवी फुटेज में मनोज बैठा की तस्वीर कैद होने के बाद भी उसकी गिरफ्तारी नहीं हो रही है. आज पटना में पत्रकारों से उन्होंने कहा कि मनोज बैठा के खिलाफ एफआइआर दर्ज है, फिर भी उसकी गिरफ्तारी नहीं होना चिंताजनक है. सांसद ने कहा कि मुजफ्फरपुर की घटना से जन अधिकार पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता मर्माहत है. इस कारण पार्टी ने इस वर्ष होली नहीं मनाने का निर्णय लिया है.
सांसदपप्पू यादव ने कहा कि एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर में भर्ती घायल बच्चों का बेहतर इलाज नहीं हो रहा है. मुजफ्फरपुर समेत सभी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल बदहाल हैं. सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गयी है और ये श्मशान बन गये हैं. सांसद ने एसकेएमसीएच में सुपरीटेंडेंट के 12 सालों से एक ही जगह पर पदस्थापित होने पर भी सवाल उठाया.
पप्पू यादव ने सृजन घोटाले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के इस्तीफे की मांग की. उन्होंने कहा कि सृजन घोटाले में उपमुख्यमंत्री के परिवार के लोगों का नाम आ रहा है. इसलिए नैतिकता की बात करने वाले उपमुख्यमंत्री को स्वच्छ और स्वस्थ राजनीति के लिए खुद इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उम्मीद करते हैं कि वे उपमुख्यमंत्री का इस्तीफा लेंगे.
मधेपुरा से सांसद ने कहा कि सृजन मामले में कई राजनेताओं की संलिप्तता है. इस मामले की सीबीआई जांच की मांग करते हुए उन्होंने शीघ्र चार्जशीट दायर करने की भी मांग की. उन्होंने कहा कि इस मामले में नीतीश कुमार एक दम चुप हैं, जबकि इस पर उन्हें अपनी जुबान खोलनी चाहिए. मगर उनका मौन बताता है कि वे सत्ता के लिए किसी भी अनैतिक रिश्तों को आत्मसात कर सकते हैं.
सांसद ने सरकार से पूछा कि बालू और शराब माफियाओं की संपत्ति की जांच अब तक ईडी से क्यों नहीं हो रही है? छपरा से डेहरी तक बालू माफियाओं को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है. जन अधिकार पार्टी जानना चाहती है कि आखिर उन पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है? कब होगी उनकी संपत्ति की जांच? कब होगी बालू माफिया की संपत्ति उजागर? सांसद पप्पू यादव ने आरक्षण पर बिना नाम लिए लालू प्रसाद और उनके परिवार पर राजनीति करने का आरोप लगाया.
पप्पू यादव ने कहा कि जब वे सत्ता में थे, तब न तो उन्होंने मंडल कमीशन को लागू कराने में दिलचस्पी ली, न प्रोमोशन और निजी क्षेत्र में आरक्षण की बात की. आज वे आरक्षण को खत्म करने का भय दिखा कर राजनीतिक रोटी सेंक रहे हैं. ये बंद होना चाहिए. देश में जाति के आधार पर जनगणना हो चुकी है. इसलिए हम मांग करते हैं कि उस जनगणना को सार्वजनिक किया जाये और आरक्षण की समीक्षा कर जनसंख्या व आर्थिक आधार पर आरक्षण लागू हो.
सांसद ने कहा कि मुझे संविधान में पूर्ण विश्वास है और संविधान की मूल ताकत को खत्म करने की हिम्मत किसी में नहीं है. आरक्षण का प्रावधान भी संविधान में है, इसलिए इसे भी कोई खत्म नहीं कर सकता है. तो हम मांग करते हैं कि आरक्षण खत्म करने के नाम पर राजनीति अब बंद होनी चाहिए. संवाददाता सम्मेलन में पार्टी के प्रदेश प्रधान महासचिव अवधेश कुमार लालू भी मौजूद थे.