पटना : बिहार विधानमंडल का बजट सत्र शुरू हो गया है. बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने आज विधान परिषद और विधानसभा के सदस्यों के संयुक्त सत्र को संबोधित किया और बिहार सरकार की उपलब्धियों के साथ बड़ी योजनाओं के बारे में बात की. राज्यपाल ने बिहार में कानून-व्यवस्था के साथ राज्य सरकार द्वारा विकास के लिए किये जा रहे कार्यों की विस्तार से चर्चा की. इससे पहले राज्यपाल के आगमन के साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और विधानसभा अध्यक्ष विजय चौधरी ने उनकी अगवानी की और उसके बाद उनके बुके देकर आभार प्रकट किया. राज्यपाल ने सबसे पहले कहा कि पूरे देश के आलोक में देखें, तो बिहार का स्थान अपराध की श्रेणी में 22वां है. उन्होंने कहा कि राज्य में कानून का राज स्थापित है और इसके लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलती है.
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार को प्रभावी बनाने के लिए सूबे में निगरानी ने अभियान चलाकर दो दर्जन से ज्यादा लोक सेवकों को गिरफ्तार किया और 2017 में कुल 119 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की है. 2017 में 83 से ज्यादा मामलों में रंगे हाथों घूस लेते लोक सेवक गिरफ्तार हुए और उनमें से सात लोक सेवकों की संपत्ति जब्त की गयी है. राज्यपाल ने कहा कि राज्य सरकार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम 2015 को लागू कर उनके परिवार को निश्चित समय सीमा के अंदर निबटाया जा रहा है. अब तक लाखों आवेदनों का निष्पादन किया जा चुका है. उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष की तुलना में 11% बढ़कर 2017 -18 में 87458 करोड़ रुपये हो गया है. राज्य का अपना कर राजस्व 2016- 17 में 23,000 472 रुपये था और वर्ष 2017- 18 में 32000 करोड़ रुपये का राजस्व का अनुमान है. वित्तीय वर्ष 2017- 18 में राजस्व बचत 14555 करोड़ रुपये और राजकोषीय घाटा 18112 करोड़ रुपये अनुमानित है, जो राज्य सकल घरेलू उत्पाद 632180 करोड़ रुपये का 2. 87% होगा.
राज्यपाल ने इस दौरान सरकार की योजनाओं की जमकर तारीफ की और कहा कि बिहार हरेक क्षेत्रों में तेजी से आगे बढ़ रहा है. बिहार में महिला और पुरुषों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई तरह की विकास योजनाएं चलायीं जा रही है. सभी जिलों में महिला हेल्पलाइन की शुरुआत की गयी है. युवाओं के लिए कई कौशल विकास और स्टार्टअप की योजना चलायी जा रही है. उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में भी काफी सुधार हुआ है. बिहार में स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी विकास हुआ है.
उन्होंने कहा कि बिहार में बारामासी सड़कों का निर्माण कार्य चल रहा है. ग्रामीण और शहरी इलाकों के सड़कों के रख-रखाव पर ज्यादा खर्च किया जा रहा है. राज्य में चार हजार से ज्यादा मेगावाट की बिजली परियोजना पर काम हो रहा है. उन्होंने कहा कि राज्य में अवैध बालू उत्खनन को रोकने के लिए बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है. महात्मा गांधी से जुड़े स्थलों के विकास पर काम हो रहा है. चंपारण को और अधिक विकसित किया जा रहा है. मिथिला कला क्षेत्र जैसे संस्थान को मधुबनी में स्थापित किया जा रहा है.
राज्यपाल ने कहा कि बिहार में गुरु गोविंद सिंह के प्रकाश पर्व के मौके पर मनाये गये शुकराना समारोह से बिहार की छवि बदली है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बिहार की तारीफ हुई ह ै. उन्होंने कहा कि सहरसा में मंडन मिश्रा से जुड़े स्थलों को विकसित किया जा रहा है. राज्यपाल ने कहा कि बिहार में बिजली के लक्ष्य को 4800 मेगावाट ले जाने की कोशिश हो रही है. साथ उन्होंने कहा कि 15132 करोड़ की लागत से नयी ताप विद्युत परियोजना को शुरू किया गया है. 47 ग्रिडों की संचरण प्रणाली को दुरुस्त करने का काम चल रहा है. ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी बेहतर तरीके से करने का काम किया जा रहा है. बिहार में सब्जी की खेती को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री नवाचार योजना के तहत सब्जियों की बिक्री हेतु नयी योजना लायी जा रही है. अंत में राज्यपाल ने सभी सदस्यों को अभिभाषण सुनने के लिए बधाई दी.