इस बात में कोई संदेह नहीं है की भारत का खेल परिदृश्य उफान पर है और इसके पीछे देश के कुश्ती के इतिहास का बहुत बड़ा हाथ है. किर्गिस्तान में हो रहे एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप 2018 में भारतीय पहलवानों को आगे बढ़ने के लिए सही मंच मिला.
फोगाट बहनें और साक्षी मलिक जैसे बड़े नाम कॉमनवेल्थ गेम्स गोल्ड कोस्ट 2018 और एशियाई खेल 2018 में जोरदार प्रदर्शन के लिए तैयार हैं. 2013 और 2017 में कामनवेल्थ गेम्स चैंपियन पूजा डंडा जिन्होंने ओलंपिक और विश्व चैंपियन हेलन मारौलिस को हाल ही में हराया था, अब उनसे मौजूदा चैंपियनशिप में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है.
हालांकि चैंपियनशिप में चोटिल पहलवान सुशिल कुमार की कमी खलेगी, लेकिन उनकी कमी को पूरा करने के लिए प्रवीण राणा पूरी मुस्तैदी के साथ तैयार हैं. साथ ही एशियाई चैंपियनशिप 2012 के स्वर्ण विजेता बजरंग पुनिया भी अपने प्रदर्शन को बेहतर करने के लिए तैयार हैं. बजरंग 2014 में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स गोल्ड कोस्ट 2018 और एशियाई खेल 2018 में निराश किया था.