सहरसा : बिहार के सहरसा में रिहाइशी कहे जाने वाले शहर के न्यू कॉलोनी में रविवार की सुबह मानवता को शर्मशार करने व सरकार के बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम को चिढ़ाने वाली घटना सामने आयी. किसी कुमाता ने नवजात बेटी को झाड़ी में फेंक दिया. अहले सुबह स्थानीय निवासी निक्की देवी की नजर झाड़ी में रो रही बच्ची पर पड़ी तो उन्होंने उसे उठा व जानवर से बचा कर सदर अस्पताल पहुंचाया. जहां उसका इलाज चल रहा है.
निक्की देवी ने बताया कि वह कुछ काम से घर से निकल कर जा रही थी कि देखा कि एक जगह सूअर है और बच्चे की रोने की आवाज सुनाई दी. जिसके बाद उसने उसे उठा कर अस्पताल पहुंचाया. इसी दौरान दुकान जा रहे दिवाकर सिंह ने महिला का साथ देकर उसे अस्पताल पहुंचाया. मामला सामने आने के बाद वहां लोगों की भीड़ जुट गयी. जिसके बाद सूचना मिलते ही बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक भाष्कर प्रियदर्शी, दत्तक ग्रहण संस्थान की प्रबंधक श्वेता झा, चाइल्ड लाइन के बालकिशोर झा सदर अस्पताल पहुंच बच्ची के इलाज की व्यवस्था में जुट गये. जानकारी के अनुसार जानवरों ने बच्ची को कई जगह नोंच लिया है.