शिवहर : बिहार के शिवहर जिले में सरकार की निगरानी विभाग की इकाई ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. बहुत दिनों से दो इंजीनियरों के रिश्वतखोरी की सूचना के मिलने के बाद आखिरकार निगरानी विभाग ने दोनों को रंगे हाथों धर दबोचा. बताया जा रहा है कि दोनों अव्वल दर्जे के रिश्वतखोर हैं. स्थानीय लोगों की मानें, तो बिना रिश्वत लिये वह दोनों कोई भी काम नहीं करते थे. किसी काम का प्रस्ताव लेकर जाने पर सबसे पहले रिश्वत की रकम के बारे में बातचीत करते थे, उसके बाद ही काम की बात होती थी. इनकी गिरफ्तारी से आम लोगों में खुशी की लहर दौड़ गयी है.
जानकारी के मुताबिक निगरानी विभाग की टीम ने छापेमारी कर दोनों इंजीनियरों को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि शनिवार के दिन पूरी तैयारी के साथ पहुंची निगरानी विभाग की टीम ने जिले के भवन निर्माण विभाग में छापेमारी की. इस दौरान टीम ने कार्यपालक अभियंता अमरेंद्र कुमार और जूनियर इंजीनियर विद्यासागर को 88 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया.
निगरानी विभाग के सूत्रों की मानें, तो दोनों इंजीनियर एक ठेकेदार से अस्पताल के निर्माण के एवज में पैसे की मांग कर रहे थे. गिरफ्तारी के बाद दोनों ने यह दिखाने की कोशिश की और ऐसा करने लगे, जैसे उनके साथ कोई बड़ी साजिश हो रही हो, लेकिन निगरानी विभाग की टीम ने गिरफ्तारी के साथ ही उन्हें पटना लेकर रवाना हो गयी. विभाग को संवेदक रमेश शंकर ने शिकायत की थी कि इंजीनियर उनसे लाखों रुपये रिश्वत की मांग कर रहे हैं. कार्रवाई के बाद स्थानीय भवन निर्माण विभाग में खलबली मच गयी है.
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