नयी दिल्ली : दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से मारपीट के मामले में केजरीवाल के घर पर छापेमारी हुई. इस छापेमारी में पुलिस ने कई चीजें जब्त की. दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी के दोनों आरोपी विधायकों को कोर्ट ने जमानत देने से इनकार कर दिया है. पुलिस ने कोर्ट में हिरासत के लिए अरजी दी थी. इस मामले में कोर्ट ने कहा है कि पुलिस के पास पूछताछ के लिए कोई नया आधार नहीं है. दोनों की न्यायिक हिरासत बरकरार रखा गया है.
इस मामले में केजरीवाल के घर लगभग दो घंटे तक चली छानबीन में पुलिस ने 21 सीसीटीवी कैमरे जब्त किये हैं. इन सीसीटीवी की जांच के बाद पुलिस सूत्रों ने बनाया सीसीटीवी कैमरे से छेड़छाड़ की गयी है. सारे सीसीटीवी कैमरे का समय बदल दिया गया. सीसीटीवी 40 मिनट 42 सेकेंड पीछे चल रही थी. समय को लेकर दोनों पक्षों से अलग- अलग बयान आ रहे थे. वक्त को लेकर जब सीसीटीवी में पड़ताल की गयी तो सीसीटीवी में समय पीछे होने की जानकारी मिली.
पुलिस ने छानबीन को लेकर सफाई देते हुए कहा, हम घटना की जगह की पड़ताल करना चाहते थे इसलिए यह जांच की गयी है. सीसीटीवी फुटेज में पुराने क्लिप की भी जांच की जा रही है. यह पता लगाने की कोशिश है इसकी साजिश कहीं पहले तो नहीं की गयी थी. पुलिस अपने साथ जांच के लिए फरेंसिक टीम भी लेकर आयी थी. 21 कैमरों में कई कैमरे पहले से बंद थे. पुलिस के मुताबिक इनमें सिर्फ 14 कैमरे चल रहे थे. बाकी कैमरे कब से खराब है, क्यों नहीं चल रहे इसकी जानकारी पहले क्यों नहीं दी गयी. इसकी भी जांच की जा रही है.