खगड़िया (गोगरी):बिहारमें खगड़िया के गोगरी में सोशल मीडिया पर सामाजिक विज्ञान का प्रश्न पत्र वायरल हो गया. सूचना मिलते ही लोगों की भीड़ जमा हो गयी. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चार युवक को गिरफ्तार कर लिया. युवक के पास से मोबाइल जब्त कर लिया. आरोपितों से पूछताछ के बाद इसके मास्टरमाइंड की खोज की जा रही है.
एसडीओ संतोष कुमार और डीएसपी राजन कुमार सिन्हा गोगरी के तरफ से विधि व्यवस्था को लेकर महेशखूंट जा रहे थे कि अचानक कई युवक एक स्थान पर मथुरापुर स्थित पेट्रोल पम्प पर इकठ्ठा भीड़ पर नजर पड़ी. जब एसडीओ और डीएसपी भीड़ के तरफ बढ़े, तो सभी इधर-उधर भागने लगे, तभी पुलिस की सहायता से चार मास्टरमाइंड मुंगेर के पीरपहाड़ी निवासी सुरेश मंडल के पुत्र अमोद कुमार, बड़हरा निवासी अजय शर्मा के पुत्र चन्दन प्रकाश, लदौरा अलौली निवासी रामनाथ यादव के पुत्र अवधेश कुमार और भिखारीघाट अलौली निवासी रामप्रवेश यादव के पुत्र कैलाश कुमार को गिरफ्तार कर लिया.
गिरफ्तार युवक के पास से 6 मोबाइल जब्त
गिरफ्तार युवक के पास से 6 मोबाइल जब्त किया गया. जब एसडीओ संतोष कुमार नें मोबाइल लेकर छानबीन की, तो उन्होंने ग्रुप में प्रश्न पत्र और आंसर शीट देखी. एसडीओ ने इसकी सूचना वरीय पदाधिकारियों को दी. इसके बाद पदाधिकारियों ने छानबीन शुरू की. जानकारी मिलते ही डीएम जय सिंह और एसपी मीनू कुमारी गोगरी थाना पहुंचकर सभी गिरफ्तार युवक से पूछताछ की.
दो ग्रुप में किया जा रहा था प्रशन पत्र वायरल
गोगरी में संचालित व्हाट्सएप ग्रुप अमन, दिनेश और मैजिक ग्रुप पर प्रशन पत्र वायरल हो रहा था. इसका एडमीन विक्रम कुमार, धर्मराज कुमार तथा सुमित कुमार हैं. एडमीन द्वारा मोबाइल नंबर 9304899310, 9047156785 से प्रश्न पत्र वायरल किया जा रहा था. गुरुवार की सुबह 09:35 बजे सामाजिक विज्ञान के प्रश्नपत्र में पूछे गये ऑबजेक्टिव प्रश्नों की आनसर शीट पर प्रश्न संख्या एक से लेकर 24 तक के उत्तर वायरल किये गये थे.
भेजा गया जेल
चारों आरोपितों के विरुद्ध भारतीय दंड विधान संहिता की धारा 188, 120 बी/34 और बिहार परीक्षा संचालन अधिनियम 1981 की धारा चार के तहत मामला दर्ज किया गया है. इन सभी के पास प्रश्नपत्र कहां से आया, इसकी जांच में पुलिस जुट गयी है. पूछताछ में चंदन प्रकाश और अमोद कुमार ने कई राज उगले हैं. आने वाले दिनों में इस मामले में अन्य लोगों की भी गिरफ्तारी हो सकती है.
कहते हैं डीएम
डीएम जय सिंह ने कहा कि परीक्षा शुरू होने के आधे घंटे पहले प्रश्न पत्र और आनसर शीट वायरल की गयी थी. इस मामले में चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पता लगाया जा रहा है कि प्रश्न पत्र कहां से लीक हुआ था.
सुपौल : वीरपुर में भी पांच को किया गिरफ्तार
वीरपुर (सुपौल) : मैट्रिक की परीक्षा में प्रश्न पत्र लीक करने वाले पांच लोगों को वीरपुर पुलिस टीम ने गुरुवार को गिरफ्तार किया है. पकड़े गये युवकों में शामिल कलानंद सिंह पिता महेंद्र सिंह, कृष्ण मोहन कुमार पिता धीरेंद्र नारायण सिंह, विकास कुमार पिता संतोष खड़गा, आनंद कुमार पिता शैलेंद्र सिंह एवं राजेश कुमार पिता सत्यनारायण सिंह बलुआ बाजार थाना अंतर्गत दीनबंधी और संस्कृत निर्मली पंचायत के निवासी बताया गया है.
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सुधीर कुमार ने बताया कि गोल चौक के निकट से पकड़े गये इन पांचों युवकों के पास से4 एंड्रॉयड मोबाइल फोन भी जब्त किया गया. जिसमें 09:26 बजे सामाजिक विज्ञान का प्रश्न पत्र मौजूद था. उसके कुछ देर के बाद इन सबों ने किसी शिक्षक से संपर्क कर प्रश्न पत्र का उत्तर भी मंगवा लिया और फिर मैट्रिक के परीक्षार्थियों को प्रश्न-पत्र और उत्तर-सेट मोबाइल सेट के जरिये भेजना शुरू किया.
छापेमारी दल में शामिल वीरपुर थाने के इंस्पेक्टर सह थानाध्यक्ष सुरेश कुमार राम ने बताया कि आरोपितों द्वारा व्हाट्सएप्प पर बने स्टार ग्रुप, युवा एजुकेशनल ग्रुप एवं यूनिवर्सल ग्रुप के माध्यम से प्रश्न पत्र के जवाब छात्रों तक भेजे जा रहे थे. इंस्पेक्टर श्री राम ने बताया कि 09:26 बजे इन आरोपितों के मोबाइल सेट में प्रश्नपत्र मौजूद रहना किसी बड़े रैकेट की तरफ इशारा करता है. पुलिस फिलहाल मामले को खंगालने में लगी हुई है. प्रश्न पत्र लीक मामले में पुलिस को अभी भी कुछ अन्य लोगों की तलाश है. जिसके लिये छापेमारी की जा रही है. छापेमारी दल में वीरपुर थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर सुरेश कुमार राम, असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर राणा सिंह और असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर सत्येंद्र चौधरी शामिल थे.
सुपौल में बुधवार को व्हाटसएप पर लीक हुआ था मैट्रिक का प्रश्नपत्र, प्राथमिकी दर्ज
सुपौल : मैट्रिक परीक्षा के प्रथम दिन बुधवार को अंग्रेजी के प्रश्नपत्र लीक होने का मामला प्रकाश में आया है. इस बाबत स्थानीय थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. साथ ही दो आरोपितों को गिरफ्तार भी किया गया. वहीं दोनों का मोबाइल भी पुलिस द्वारा जब्त किया गया है. जानकारी देते थानाध्यक्ष वासुदेव राय ने बताया कि बुधवार को परीक्षा प्रारंभ होने से पूर्व व्हाट्सएप के जरिये अंग्रेजी विषय के प्रश्न पत्र को कुछ लड़कों द्वारा वायरल किया गया था.
प्रश्न पत्र के वायरल होने की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारियों ने त्वरित छानबीन प्रारंभ कर दिया. साथ ही संबंधित मोबाइल नंबर का ट्रेस करते हुए मुख्यालय स्थित डिग्री कॉलेज चौक के समीप से पुलिस ने वार्ड नंबर 14 मलहद निवासी नीतीश कुमार को कब्जे में लेकर थाना लायी. पूछताछ के दौरान नीतीश कुमार ने बताया कि उनके मोबाइल पर प्रश्न पत्र बलवा पुनर्वास वार्ड नंबर नौ निवासी संजीत कुमार के द्वारा भेजा गया. जहां नीतीश कुमार के निशानदेही पर थाना पुलिस ने संजीत कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया.
थानाध्यक्ष श्री राय ने बताया कि घटना के बाबत पुलिस द्वारा बिहार विद्यालय परीक्षा अधिनियम 1981 एवं आइटी एक्ट 66 के तहत कांड संख्या 89/18 दर्ज किया है. गिरफ्तार दोनों आरोपितों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. पुलिस द्वारा मामले का अनुसंधान किया जा रहा है.