हरीश तिवारी
लखनऊ: राजधानीलखनऊ में यूपी इंवेस्टर्स समिट-2018 के की शुरुआत हो चुकी है. आज जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया. इस समिट में देश विदेश के कारोबार के दिग्गज हिस्सा ले रहे हैं, लेकिन समिट में आज सांसद अमर सिंह ने हिस्सा लेकर सबको चौंका दिया है. अमर सिंह की देश के बड़े कारोबारियों की बीच अच्छी पैठ मानी जाती है.
असल में पिछले एक साल के दौरान अमर सिंह की भाजपा के साथ नजदीकियां बढ़ी हैं. वह अकसर भाजपा और नरेंद्र मोदी की तारीफ करने से भी नहीं चूकते हैं. गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने भाजपा के पक्ष में मतदान करने का बयान भी दिया था. वहीं, वह सपा संरक्षक मुलायम सिंह और अध्यक्ष अखिलेश यादव को आरोप लगाकर कठघरे में खड़ा करते रहते हैं.
उद्योग जगत में अमर सिंह के कारोबारियों से करीबी रिश्ते किसी से छिपे नहीं हैं. पूर्व की सपा सरकार के दौरान राज्य में जो भी उद्योग स्थापित हुए थे, उन्हें प्रदेश में लाने का श्रेय अमर सिंह को जाता है. उस वक्त राज्य के मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव थे और अमर उद्योग परिषद के अध्यक्ष थे. कहा जाता है कि उस वक्त प्रदेश में बगैर अमर सिंह की अनुमति के कोई भी बड़ा फैसला नहीं होता था. हालांकि, बाद में अमर सिंह के मुलायम सिंह से रिश्तों में कड़वाहट आ गयी, लेकिन बाद में रिश्ते बेहतर हुए तो पिछले साल उन्हें फिर से राज्यसभा का सांसद बना दिया गया.हालांकि जैसे ही अखिलेश यादव ने सपा की बागडोर अपने हाथ में ली तो उन्हें अमर सिंह को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया.
वहीं, आज एक बार फिर राज्यसभा सदस्य अमर सिंह ने इंवेस्टर्स समिट में हिस्सा लेकर राजनैतिक गलियारों में हलचल मचा दी है. इससे एक बात साफ होती है कि पिछले दरवाजे से अमर सिंह और भाजपा में कुछ न कुछ चल रहा है. जाहिर है सरकार की तरफ से अमर सिंह को भी न्योता दिया गया होगा. समिट में रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष मुकेश अंबानी, आदित्य विक्रम बिड़ला समूह के अध्यक्ष कुमार मंगलम बिड़ला, अडानी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी के साथ महिंद्रा ग्रुप के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा, टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन, गौतम अडानी, शिवनडार हिस्सा ले रहे हैं.