गुवाहाटी : अरुणाचल प्रदेश के लोहित जिले में भीड़ ने 5 साल की बच्ची से दुष्कर्म और हत्या के आरोपियों को थाने से बाहर निकालकर पीटा और कथित रूप से जिंदा जला दिया. बाद में दोनों के शव बाजार में फेंक दिये गये. लोहित जिले के तेजु में भीड़ ने पुलिस थाने में तोड़फोड़ करने के बाद लॉक-अप में बंद दुष्कर्म के दो आरोपी संजय सबर (30) और जगदीश लोहार (25) को बाहर निकाल लिया.
दोनों को बाहर निकालने के बाद उग्र भीड़ ने दोनों की जमकर पिटाई की और इतने पर भी लोगों का गुस्सा शांत नहीं हुआ तो दोनों को जिंदा की जला दिया. दोनों की मौत हो चुकी है. आईजी नवीन पायेंग ने बताया कि, ’12 फरवरी को एक पांच साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म कर हत्या की गयी थी. कुछ दिन पूर्व बच्ची को अगवा किया गया था बाद में उसका शव चाय बागान में पड़ा मिला था.
उन्होंने बताया कि बच्ची के शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं था. बच्ची का सिर धड़ से अलग था. बच्ची का शव जिस चाय बागान में मिला था दोनों आरोपी वहीं काम करते थे. शव मिलने के बाद से दोनों आरोपी फरार थे. पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाकर दोनों आरोपियों को असम से गिरफ्तार किया था.’
इस पूरी घटना पर अरुणाचल के मुख्यमंत्री पेमा खांडु ने कहा कि, ‘बच्ची से बलात्कार और हत्या की घटना ‘बर्बर और अमानवीय’ है. भीड़ का उग्र होना ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ है. मैंने इस घटना के जांच के आदेश दिये हैं.’ मुख्यमंत्री ने अपने एक बयान में कहा कि पुलिस घटना की जांच कर रही है और किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जा सकती.
आपको बता दें कि नागालैंड के दीमापुर शहर में 2015 में ऐसी ही एक घटना सामने आयी थी. वहां भी भीड़ ने बलात्कार के आरोप में केंद्रीय जेल में बंद एक शख्स को जेल से बाहर निकाल जमकर पीटा था. पिटाई से मौत के बाद आरोपी के शव को बीच चौराहे टांग दिया गया था.
तेजु थाने में तैनात एक सिपाही ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि सोमवार को थाने के बाहर देखते ही देखते सैकड़ों लोग जमा हो गये. भीड़ में शामिल कुछ लोग लॉकअप में बंद दोनों आरोपियों को खींचकर बाहर निकाल ले गये और उनको पीटने लगे. पीट-पीटकर मारने के बाद दोनों के शव बाजार में फेंक दिये गये. घटना के बाद तेजु थाने में तैनात तीन पुलिसकर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया है जबकि लोहित जिले के पुलिस अधीक्षक का तबादला कर दिया गया है.