नयी दिल्ली/रांची : पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में हुए तथाकथित तौर पर 11,400 करोड़ रुपये से अधिक रकम के घोटाले के बाद देश के निजी आैर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक खाताधारकों के होश उड़े हुए हैं. वे इस बात को लेकर सबसे अधिक भयभीत हैं कि बैंकों में जमा उनका पैसा सुरक्षित है या नहीं? इसका सबसे बड़ा कारण यह भी है कि पिछले दिनों देश में यह अफवाह उड़ी थी कि बैंकिंग क्षेत्र के लिए एक एेसा नियम बनने जा रहा है, जिससे बैंकों में जमा आदमी के पैसे की गारंटी सरकार की नहीं है, मगर एेसा नहीं है.
इसे भी पढ़ेंः पीएनबी घोटाला के लिए कांग्रेस जिम्मेदार, हम पर लगा रही झूठे आरोप : निर्मला सीतारमण
यदि पीएनबी में 11,400 करोड़ रुपये से अधिक रकम का घोटाला हुआ है, तो उससे किसी भी बैंक के खाताधारकों को भयभीत होने की जरूरत नहीं है. किसी भी बैंक में आपका खाता हो, आपका पैसा हमेशा सुरक्षित है आैर मांगे जाने पर कोर्इ भी बैंक आपको आपका पैसा जरूर देगा.
बैंकों में जमा पैसों को लेकर डरने की जरूरत नहीं
झारखंड की राजधानी रांची स्थित भारतीय स्टेट बैंक आॅफ इंडिया (एसबीआर्इ) की मुख्य शाखा के पूर्व चीफ मैनेजर विजय कुमार उपाध्याय का कहना है कि पीएनबी घोटाले के बाद यदि बैंकों के खाताधारक या जमाकर्ता अपने पैसों को लेकर डरे हुए हैं, तो उन्हें भयभीत होने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि बैंकों में उनका पैसा हमेशा सुरक्षित था, है आैर भविष्य में भी रहेगा. यदि बैंकों के नये नियम बनाये जाने को लेकर कोर्इ अफवाह उड़ाता है, तो उस पर कतर्इ ध्यान न दें.
जमाकर्ताआें के हितरक्षा के लिए मुश्तैद है रिजर्व बैंक
पूर्व चीफ मैनेजर उपाध्याय ने बताया कि पीएनबी में घोटाला हो जाने से बैंकिंग सेक्टर पर प्रभाव पड़ेूगा या नहीं, यह जांच का विषय है आैर इसका आकलन करने के लिए रिजर्व बैंक हमेशा मुश्तैद है. जमाकर्ताआें के पैसे का जहां तक सवाल है, तो उनका पैसा सुरक्षित है. उन्होंने कहा कि थोड़ी देर के लिए यह भूल जाइये कि पीएनबी में कोर्इ घोटाला हुआ है आैर आप यह देखें कि पीएनबी में घोटाले की भेंट चढ़ी 11,400 करोड़ रुपये से ही बैंकिंग सेक्टर का संचालन तो नहीं हो रहा है?
ऋण बाजार में लगे हैं बैंकों के अरबों करोड़ रुपये
देश के निजी आैर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने देश में अरबों रुपये का कर्ज दे रखा है. इसका मतलब यह तो नहीं कि इन बैंकों के अरबों रुपये घोटाले की भेंट चढ़ गये. इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि बैंकों के अरबों करोड़ रुपये शेयर बाजार में लगे हैं, जिससे बैंकों का कारोबार चल रहा है. इसलिए इस बात को लेकर किसी को भयभीत नहीं होना चाहिए.
फैलायी जा रही हैयह अफवाह
हालांकि, मीडिया में बैंकिंग मामलों के जानकार के हवाले से यह कहा जा रहा है कि ‘बैंक में जमा एक लाख रुपये तक की रकम बीमित है. इसके अलावा जो पैसा है, वह किसी भी कानून के तहत गारंटीड नहीं है. वैसे, आमतौर पर बैंकों में जमा लोगों का पैसा पूरी तरह सुरक्षित माना जाता है, क्योंकि कोई भी सरकार और रिजर्व बैंक किसी भी बैंक को फेल होने नहीं देती. आमतौर पर मजबूत बैंक भी कमजोर बैंक को सहारा दे देता है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.