रांची : कोडरमा जिलाध्यक्ष शंकर यादव की हत्या के खिलाफ गुरुवार को राज्य भर में कांग्रेसी सड़क पर उतरे और जिला मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन के माध्यम से अपराधियों पर कार्रवाई की मांग की़ प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं के नेतृत्व में धरना देकर उपायुक्त के माध्यम से राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया. इधर राजधानी में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय के नेतृत्व में पार्टी नेताओं-कार्यकर्ताओं ने राजभवन के समीप धरना दिया़
मौके पर विधायक दल के नेता आलमगीर आलम भी थे़ श्री सहाय ने कहा कि राज्य सरकार कानून व्यवस्था पर पूरी तरह नियंत्रण खो चुकी है़ राज्य में अपराधी बेलगाम है़
सरकार विधि-व्यवस्था को लेकर चिंतित नहीं है़ कोडरमा के जिलाध्यक्ष की हत्या असाधारण है़ उन्होंने कहा कि ऐसी घटना झारखंड में पहले कभी देखने को नहीं मिली. यह एक सुनियोजित हत्या है, जो सरकार की कानून व्यवस्था की पोल खोलती है़
श्री अालमगीर ने कहा कि पिछले वर्ष अक्तूबर महीने पर शंकर यादव पर जानलेवा हमला हुआ था, तब भी प्रशासन सतर्क नहीं हुआ़ अगर प्रशासन मामले को गंभीरता से लेती तो इतनी बड़ी घटना नहीं होती़
विधायक दल के नेता ने स्व यादव के परिजनों को समुचित सुरक्षा मुहैया कराने और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की है़ धरना के बाद श्री सहाय और श्री आलमगीर के नेतृत्व में 21 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मिल कर ज्ञापन सौंपा़ प्रतिनिधिमंडल की मांग थी कि कानून व्यवस्था से नियंत्रण खो चुकी राज्य सरकार को अविलंब बर्खास्त करे़
मौके पर सुरेंद्र सिंह, सूर्यकांत शुक्ला, लाल किशोर नाथ शाहदेव, राजीव रंजन प्रसाद, डॉ विनोद सिंह, संजय पांडेय, महिला कांग्रेस अध्यक्ष आभा सिन्हा, विनय सिन्हा दीपू, अजय नाथ शाहदेव, रामाकांत आनंद, सुंदरी तिर्की, बिजेन्द्र सिंह, शशिभूषण राय, सलीम खान, ज्योति सिंह मथारू, जगदीश साहू, अभिलाष साहू, अख्तर अली, राजू राम, नंद किशोर प्रसाद, आनंद जालान, नागो चौधरी, संटू सिंह सहित सैकड़ों लोग शामिल हुए़