रांची : झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के एक विधायक की सदस्यता रद्द होने के बाद झारखंड की सियासत गरमा गयी है. विधानसभा उपचुनाव की सरगर्मी भी तेज हो गयी है. विधानसभा में विपक्ष के नेता और झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन की दिल्ली यात्रा ने इस बात के संकेत दे दिये हैं कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ कोई बड़ी योजना राष्ट्रीय राजधानी में बन सकती है.
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सूत्रों की मानें, तो हेमंत सोरेन अपने दो सांसद और कुछ विधायकों के साथ दिल्ली पहुंचे हैं. कुछ और विधायक दिल्ली जा सकते हैं. हेमंत की इस दिल्ली यात्रा के कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं. राजनीतिक विश्लेषक इसे आने वाले दिनों में झारखंड की राजनीति में कई तरह के उठापटक का संकेत मान रहे हैं.
सूत्र बताते हैं कि गोमिया के झामुमो विधायक योगेंद्रमहतो की सदस्यता रद्द होने के बाद इस सीट पर उपचुनाव तय है. इसी के मद्देनजर झामुमो बड़े राजनीतिक दल से सांठगांठ कर सकता है. ऐसा माना जा रहा है कि झामुमो नेता कांग्रेस के सामने ऐसा कोई प्रस्ताव रख सकते हैं, जिसकादूरगामीअसर झारखंड की राजनीति में देखने को मिले.
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ज्ञात हो कि कोयला चोरी के मामले मेंयोगेंद्र महतो को रामगढ़ कोर्ट ने 31 जनवरी, 2018 को दोषी ठहराया था और तीन साल की सजा सुनायीथी. 10 जनवरी, 2018 को झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष दिनेश उरांव ने योगेंद्र महतो की सदस्यता रद्द करते हुए इसकी अधिसूचना जारी कर दी.