पटना : बिहार में एक लोकसभा और दो विधानसभा सीटों के लिए चुनाव आयोग ने उपचुनाव का एलान क्या किया, सूबे में सियासत गर्मा गयी है. एनडीए के मुख्य घटक दल हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी ने एनडीए से अलग होने का मन बना लिया है. जहानाबाद सीट पर अपना दावा ठोकने के बाद आज मांझी ने मीडिया को बयान देते हुए कहा कि आठ अप्रैल के बाद हमारी राह अलग होगी.
जीतन राम मांझी हाल में कह चुके हैं कि उनके मुख्यमंत्री रहते हुए किये गये फैसले को लागू करे नीतीश सरकार. उसके बाद अब उन्होंने अपने नये बयान में कहा है कि आठ अप्रैल के बाद से मेरी पार्टी और एनडीए की राह अलग होगी. उन्होंने अपनी पार्टी के अकेले चुनाव लड़ने की बात भी कही. मांझी ने एक क्षेत्रीय टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि मेरी पार्टी विधानसभा और लोकसभा के सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी. मांझी ने राजद के साथ जाने के सवाल पर कहा कि उन्हें किसी दल से कोई दिक्कत नहीं है. उन्होंने कहा कि जो उनकी शर्तों को मानेगा, वह उसका साथ देंगे.
मांझी जहानाबाद सीट पर अपना दावा ठोक रहे हैं. राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि राजद और मांझी की नजदीकी काफी समय पहले ही सामने आ गयी थी, जब हम के नेता वृषिण पटेल लालू यादव से मिलने रांची के होटवार जेल पहुंचे थे. मांझी के इस स्टैंड के बाद से एनडीए की परेशानी एक बार फिर से बढ़ती दिख रही हैं.
उन्होंने तेवर कड़ा करते हुए साफ कहा कि उनकी कुछ मांगे हैं और जब वह नहीं मानी जायेंगी, तो वह गांधी मैदान की रैली में बड़ा ऐलान करेंगे. उनका साफ कहना है कि उनकी सीएम रहते, जो फैसले लिये गये, यदि उसे लागू किया जाता है, उसके बाद ही वह चैन से बैठेंगे. वहीं मांझी के बयान के बाद राजद नेता भाई वीरेंद्र ने कहा है कि मांझी का हम राजद में स्वागत करते हैं. उनका फैसला गरीब और बिहार की आम जनता के हित में है और हमारी सरकार बनी, तो हम मांझी जी की मांग को पूरा करेंगे. भाई वीरेंद्र ने कहा कि लालू यादव भी मांझी को दिल से मानते हैं.
राजद के बाद कांग्रेस अध्यक्ष कौकब कादरी का भी बयान आ गया है, उन्होंने कहा है कि अगर जीतन राम मांझी जहानाबाद सीट की मांग कर रहे हैं, तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है. उधर, भाजपा और जदयू की ओर से मांझी को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है. हालांकि, स्वास्थ्यमंत्री मंगल पांडे ने कहा है कि जीतन राम मांझी एनडीए के वरिष्ठ नेता हैं और लगाता हमारे संपर्क में हैं. उपचुनाव एनडीए की पार्टियां मिलकर ही लड़ेंगीं. मांझी ने स्पष्ट कहा है कि उनके सिवा जहानाबाद सीट कोई नहीं जीत सकता. इससे पहले शुक्रवार को बेगूसराय में एक कार्यक्रम के दौरान जीतनराम मांझी ने नीतीश सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा था कि आज शिक्षा के नाम पर बेईमानी की जा रही है. समाज में सबके लिए समान शिक्षा की व्यवस्था होनी चाहिए.
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