पटना : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इंटर परीक्षा को लेकर तमाम एहतियात सावधानी बरती है, उसके बाद भी किसी न किसी जिले से प्रश्न पत्र और उत्तर के वायरल होने की खबर मीडिया में चलने लगती है. इसी क्रम में इंटर परीक्षा के पांचवें दिन प्रथम पाली में मोतिहारी में केमेस्ट्री का प्रश्न पत्र और उत्तर वायरल हो गया. इसके बाद सेंटर के आस-पास हड़कंप मच गया. मीडिया ग्रुप में भी उत्तर वायरल हो गया है और व्हाट्स ऐप पर एक दूसरे को भेजा जा रहा है. हालांकि, प्रभात खबर डॉट कॉम इसकी पुष्टि नहीं करता है. वहीं खबर मिल रही है कि लखीसराय में भी प्रश्न पत्र और उत्तर सोशल मीडिया पर वायरल होने से हड़कंप मचा हुआ है. इस बार कहा जा रहा है कि प्रश्न पत्र और उत्तर परीक्षा शुरू होने से पहले वायरल हुआ है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लखीसराय और मोतिहारी के अधिकांश केंद्रों पर वस्तुनिष्ठ प्रश्नों का हल किया हुआ उत्तर मोबाइल पर सोशल मीडियाग्रुप में वायरल हो गया. परीक्षा शुरू होने के बाद लखीसराय में कई परीक्षार्थी कदाचार करते हुए सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हुआ हैं. हालांकि, परीक्षा शांतिपूर्वक चल रही है और कहा जा रहा है कि प्रशासन परीक्षा खत्म होने के बाद प्रश्नपत्र का मिलान परीक्षा खत्म होने के बाद किया जायेगा. इससे पूर्व भी पहले दिन जीव विज्ञान और उसके दूसरे दिन भौतिकी के प्रश्न पत्रों के वायरल होने की खबर सामने आयी थी, जिसे बोर्ड ने नकार दिया था.
गौरतलब हो कि बिहार बोर्ड द्वारा आयोजित इंटरमीडिएट की परीक्षा तीसरे दिन गुरुवार को राज्य के सभी 1384 केंद्रों पर शांतिपूर्ण रही थी. राज्य के विभिन्न जिलों में कदाचार के आरोप में पकड़े गये 167 परीक्षार्थियों को निष्कासित कर दिया गया था. सारण जिला में सर्वाधिक 17 परीक्षार्थी निष्कासित किये गये थे, जबकि 11 जिलों में यह संख्या शून्य रही. दूसरी ओर नवादा जिला में वास्तविक परीक्षार्थी के स्थान पर परीक्षा दे रहे 2 फर्जी परीक्षार्थियों को पकड़ा गया था. वहीं शेखपुरा जिला में एक वीक्षक को गड़बड़ी करते पकड़ा गया था.
तीसरे दिन बिहार बोर्ड के अध्यक्ष सह प्रमंडलीय आयुक्त आनंद किशोर ने विभिन्न परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण किया था. इनमें राम लखन सिंह यादव सर्वोदय हाइ स्कूल समेत अन्य परीक्षा केंद्र शामिल थे. निरीक्षण के दौरान उन्होंने केंद्राधीक्षक व पदाधिकारियों से परीक्षा संचालन संबंधी जानकारी ली. परीक्षा कक्ष में परीक्षार्थियों की तलाशी भी ली. परीक्षा संचालन से वह संतुष्ट नजर आये थे. उन्होंने विजिटर्स रजिस्टर में अपना मंतव्य भी दर्ज किया था.
इंटरमीडिएट की परीक्षा को लेकर हर दिन सोशल मीडिया पर तथाकथित प्रश्नपत्र व उत्तर सामग्री वायरल करनेवालों की अब खैर नहीं. ऐसे लोगों के खिलाफ आइटी एक्ट की धारा के तहत प्राथमिकी दर्ज करने के साथ ही गिरफ्तार कर जेल भेज ने की भी कार्रवाई की जा सकती है. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के साथ ही राज्य के शिक्षा विभाग ने भी अब इसे गंभीरता से लिया है. इस पर अंकुश लगाने के लिए विभाग के प्रधान सचिव ने सभी जिला पदाधिकारी, एसएसपी व एसपी को पत्र लिखा है. बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि मोबाइल फोन के माध्यम से प्रश्नपत्र अथवा उत्तर सामग्री एक दूसरे के पास भेजनेवालों पर प्रशासन की विशेष नजर रहेगी. परीक्षा में अव्यवस्था फैलाने का प्रयास व परीक्षार्थी, अभिभावकों को भ्रमित करनेवाले ऐसे लोगों को चिह्नित किया जायेगा. इसमें साइबर सेल की भी मदद ली जायेगी, ताकि सख्ती से निबटा जा सके.
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