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हवाला मामला: पटना में पकड़े गये कारोबारियों का पाकिस्तान कनेक्शन, आतंकियों से जुड़े है तार,मोबाइल ने उगले राज

पटना : हवाला मामले में पकड़े गये अहमदाबाद के कारोबारी अनिल मित्तल के तार पाकिस्तान के हवाला कारोबारियों से जुड़े हुए हैं. अनिल मित्तल के बरामद मोबाइल व लैपटॉप से पुलिस को कई पाकिस्तान के नंबर मिले हैं. पुलिस ने उन नंबरों का सीडीआर भी निकाला है. उसका विश्लेषण शुरू कर दिया है. इस कारोबारी […]

पटना : हवाला मामले में पकड़े गये अहमदाबाद के कारोबारी अनिल मित्तल के तार पाकिस्तान के हवाला कारोबारियों से जुड़े हुए हैं. अनिल मित्तल के बरामद मोबाइल व लैपटॉप से पुलिस को कई पाकिस्तान के नंबर मिले हैं. पुलिस ने उन नंबरों का सीडीआर भी निकाला है.
उसका विश्लेषण शुरू कर दिया है. इस कारोबारी ने देश के कई राज्यों में भी पैसों को इधर से उधर किया है. अनिल मित्तल की गिरफ्तारी के संबंध में पटना पुलिस ने अहमदाबाद पुलिस को भी जानकारी दे दी है. अनिल मित्तल के संपर्क में पटना का पंकज कुमार था. पंकज पटना से पैसों को अहमदाबाद में अनिल मित्तल के पास भेजता था. वहां से अनिल मित्तल उसे ठिकाने लगाता था.
तलाशा जा रहा अातंकी कनेक्शन
इन लोगों से पाकिस्तान के हवाला कारोबारी जुड़े हुए हैं, जिसके कारण आतंकी कनेक्शन के बिंदु पर भी छानबीन की जा रही है. कई बार यह बात सामने आ चुकी है कि आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन को भी हवाला के जरिए ही बाहर के देशों खास कर पाकिस्तान से करोड़ों रुपये आ चुके हैं, जो वे अपने संगठन के विस्तार में खर्च करते हैं.
पुराने नोटों की अदला-बदली की आशंका : साथ ही अब पटना पुलिस अब इसकी छानबीन में जुटी है कि अनिल मित्तल पुराने नोटों की अदला-बदली में भी शामिल था. अभी तक जो जानकारी पुलिस को हाथ लगी है, उसके अनुसार करोड़ों के पुराने नोट को भी अनिल मित्तल बदल चुका है.
इसमें पंकज ने भी अहम भूमिका निभायी थी. पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि पुराने नोटों को भी चेंज कर विदेशी करेंसी ली जा रही है. पुलिस को इस बात का अंदेशा है कि इन हवाला कारोबारियों ने विदेशों के बैंकों में पुरानी करेंसी जमा करने का खेल भी खेला है. इस लाइन पर अभी पुलिस जांच कर रही है.
जानिए क्या है हवाला?
हवाला पैसों का लेनदेन अवैध कारोबार है जिसके जरिये ब्लैक मनी को ठिकाने लगाया जाता है. इसमें किसी भी प्रकार से पैसों के लेनदेन के वैध माध्यम मसलन बैंक, एटीएम आदि का इस्तेमाल नहीं किया जाता. इस प्रकार के लेन-देन में व्यक्तियों के नेटवर्क का इस्तेमाल किया जाता है. हवाला में पैसा देने वाले और लेने वाले व्यक्ति के बीच कोई सीधा संवाद नहीं होता. यह काम बिचौलियों के माध्यम से कोड्स के जरिये किया जाता है.
हवाला लेन-देन कैसे होता है
भारत में एक राजनीतिक
पार्टी के नेता मिस्टर नटवर लाल ने बहुत बड़ी मात्रा में कालाधन कमाया है और अब वे इस कालेधन को भारत में नहीं रखना चाहते हैं…
इसलिए उन्होंने इसको स्विट्जरलैंड में जमा करने का फैसला किया है. अब वह किसी तरह एक एजेंट का जुगाड़ करते हैं, जो कि स्विट्जरलैंड में उनका बैंक अकाउंट खुलवा देता है और वहां पर रहने वाले मिस्टर माइकल द्वारा कमाया हुआ 100 करोड़ का काला धन स्विट्जरलैंड की मुद्रा (स्विस फ्रैंक) में ही मिस्टर नटवरलाल के खाते में जमा करा देता है.
अब स्विट्जरलैंड में रहने वाले मिस्टर माइकल ने उसी एजेंट के माध्यम से भारत में अपने किसी परिचित के खाते में मिस्टर नटवरलाल से पैसा लेकर जमा करा दिया है. इस प्रकार इस हवाला कारोबार में शामिल दोनों लोगों ने अपने-अपने काले धन को सफेद कर लिया है.
दरअसल हवाला वह कारोबार है जिसमें कानून के दायरे से बाहर गैरकानूनी रूप से पैसे का एक जगह से दूसरी जगह स्थानांतरण किया जाता है. यह सभी तरह के फाइनेंसियल संस्थाओं और सरकार के नियमों की अनदेखी कर किया जाता है. दलालों के माध्यम से ही करोड़ों की राशि का स्थानांतरण एक राज्य से दूसरे राज्य और एक देश से दूसरे देश में किया जाता है. इसमें दलालों को काफी कमीशन भी प्राप्त होता है.
– हवाला कारोबार में शामिल रहते हैं तीन लोग
हवाला कारोबार में तीन लोग अवश्य शामिल होते हैं. पहला जिससे पैसे देता है. दूसरा पैसा लेने वाला होता है और फिर तीसरा वह होता है जो दूसरे से पैसे लेकर किसी को कोड बताने पर अपना कमीशन लेकर भुगतान करता है.
पूरी तरह विश्वास पर निर्भर करता है हवाला कारोबार
यह कारोबार पूरी तरह से एक-दूसरे के विश्वास पर काम करता है. इसमें पैसे भेजने वाला व्यक्ति किसी दलाल को पैसे देता है. पैसे भेजने वाला व्यक्ति पैसे प्राप्त करने वाले को एक पासवर्ड की तरह या कुछ भी उस से जुड़े कोड दे देता है. पैसा बिना कोड के किसी को नहीं मिलता. हवाला कारोबार के तहत होने वाले धन के स्थानांतरण में सरकार का कोई नियंत्रण नहीं होने की वजह से एक समानांतर वितीय प्रणाली चलती है. जिससे उस पैसे का इस्तेमाल किस उद्देश्य से किया जा रहा है, इसकी जानकारी सरकार के पास नहीं होती है. इसका इस्तेमाल आतंकी गतिविधि में भी हो सकता है. दुनिया भर के जितने भी आतंकवादी संगठन है या देश विरोधी संगठन है, उनको होने वाली फंडिंग इसी तरह होती है.
– पहले भी पकड़े जा चुके हैं हवाला कारोबारी
धनबाद में हवाला कारोबारी पकड़े गये थे और यह बात सामने आयी थी कि पटना में 27 अक्बतूर को हुए सीरियल ब्लास्ट के मामले में इंडियन मुजाहिद्दीन को बाहर से पैसे आये थे.
इसके अलावा लखीसराय में पुलिस ने हवाला कारोबार में संलिप्तता चार लोगों को पकड़ा था और उनके आइएसआइ कनेक्शन की जानकारी मिली थी. झारखंड के देवघर निवासी रंजीत कुमार को पकड़ा था और उसके पास से 16 लाख रुपये के साथ ही 36 एटीएम कार्ड बरामद किया गया था. इसके बाद पटना में संचालित हवाला कारोबार के एक कार्यालय में छापेमारी हुई थी. यह जानकारी मिली थी कि इनके तार पाकिस्तान से जुड़े हुए है.
– लॉटरी के काम संचालित होते हैं पाक से
पूरे बिहार में जालसाजी करने वाले गिरोह सक्रिय है. इसमें पुलिस के हाथ वो लोग ही लगे है, जो कमीशन पर इस धंधे में संलिप्त है. जबकि सरगना पाकिस्तान से बैठ कर गिरोह को संचालित कर रहा है. लॉटरी लगने का प्रलोभन कर रजिस्ट्रेशन मनी के नाम पर एकाउंट में पैसे डलवाना, बैंक अधिकारी बन कर फोन करना और एटीएम कोड जान कर पैसे निकालने वाले गिरोह के तार भी पाकिस्तान से जुड़े है. यहां के लोगों को केवल फर्जी एकाउंट पर पैसे जमा करने व निकालने की जिम्मेदारी होती है.
क्या है दंड का प्रावधान
हवाला का कारोबार करने वाला मनी लॉन्ड्रिंग, विदेशी मुद्रा विनियमन अधिनियम (फेरा) व अन्य कर अधिनियम का दोषी पाया जाता है. फेरा कानून के तहत सरकार द्वारा अधिकृत व्यवसायी से ही धन का लेन-देन किया जा सकता है. इस कानून का उल्लंघन करने पर जुर्माना राशि, हवाला कारोबार की राशि का पांच गुना तक और सात साल तक की सजा का प्रावधान है.
– नेपाल में भी करोड़ों के पुराने नोट खपाये जाने की संभावना
सूत्रों के अनुसार अनिल मित्तल के मोबाइल फोन व लैपटॉप में नेपाल के भी कई कांटेक्ट नंबर मिले हैं.इससे यह आशंका जतायी जा रही है कि काले धन को नेपाल में भी खपाने का काम अनिल मित्तल व पंकज करता था. इसके अलावा अनिल मित्तल पुराने नोटों की भी नये नोट में बदली कर करोड़ों रुपये कमाने की आशंका जतायी जा रही है. पुलिस यह मान कर चल रही है कि नेपाल में काफी दिनों तक भारत के पुराने नोट ही लिये गये. जिसका फायदा हवाला कारोबारियों ने उठाया. इन सभी बिंदु पर पटना पुलिस अनुसंधान कर रही है. पटना पुलिस ने कहा है. दूसरी ओर हवाला कारोबार में संलिप्त अनिल मित्तल, पंकज कुमार व उसके कर्मचारी नंद कुमार व आशुतोष को पटना पुलिस ने जेल भेज दिया है और उसे रिमांड पर भी लिया जायेगा.

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