बोधगया : पिछले 19 जनवरी को महाबोधि मंदिर के आसपास बमों को प्लांट किये जाने के मामले की जांच-पड़ताल अब एनआईए के अधिकारियों ने अपने हिसाब से शुरू कर दी है. बोधगया थाने में इस मामले में दर्ज एफआईआर को टेकओवर करने के बाद एनआईए की टीम नये सिरे से अनुसंधान कर रही है. जानकारी के अनुसार, जांच-पड़ताल के तहत बमों को देखनेवाले, रखे गये स्थानों से उठानेवाले व निरंजना नदी में बमों को निष्क्रिय किये जाने के वक्त ड्यूटी पर तैनात पदाधिकारियों व पुलिसकर्मियों से पूछताछ कर उनका बयान दर्ज किया जा रहा है.
अनुसंधान के क्रम में ही उक्त ऑटो व ई-रिक्शा के ड्राइवर का बयान भी दर्ज किया गया है, जिनके सहारे बमों को प्लांट करनेवाले युवक बोधगया पहुंचे थे. जांच टीम बयान दर्ज करानेवालों की फोटोग्राफी भी कर रही है. जांच टीम नगर पंचायत व महाबोधि मंदिर के सीसीटीवी फुटेज की कॉपी भी एकत्रित कर रही है, जिसमें बमों को प्लांट करनेवाले युवक नजर आ रहे हैं. बमों को रखे गये स्थानों की फोटोग्राफी भी की गयी है व आसपास के प्रत्यक्षदर्शियों के बयान भी दर्ज किये जा रहे हैं.
अनुसंधान में जुटी एनआईए की टीम ने बाेधगया थानाध्यक्ष (जिनके बयान पर पहले मामला दर्ज हुआ था) व मामले के अनुसंधानकर्ता बाेधगया एसडीपीआे से भी बयान लिया है. उम्मीद है कि अगले दो-तीन दिनों में अनुसंधान से संबंधित बिंदुओं पर काम निबटाने के बाद एनआईए की टीम बोधगया से फिलहाल वापस लौट सकती है.