सहरसा : बिहार के सहरसा में सदर अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में मंगलवार को एक युवती के भरती होने के बाद मरीज के परिजनों व लोगों की भीड़ लग गयी. हर कोई उसे अपनी नजरों से देखना चाहता था. सुरक्षा में तैनात कर्मियों को भीड़ हटाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी. कई घंटों तक लोगों का आना जाना लगा रहा और युवती के माता-पिता लोगों को मामले की जानकारी देते देते थक चुके थे.
शरीर के कई हिस्सों से अचानक निकलने लगा खून
जानकारी के अनुसार सौरबाजार थाना क्षेत्र के तीरी बराही निवासी सुखदेव शर्मा व मनोर देवी की पुत्री व आदर्श कॉलेज घैलाढ़ की स्नातक पार्ट वन की छात्रा गीता के हाथ, पांव, आंख, छाती व शरीर के कई हिस्सों से खून निकल रहा था. उसके शरीर पर न ही कटे का निशान था और न ही कही घाव का ही निशान था. शरीर से अचानक खून निकलने की सूचना आग की तरह अस्पताल में फैल गयी. जिसके बाद विभिन्न वार्डो में भरती मरीज के परिजनों की भीड़ उसे देखने के लिए जुट गयी.
प्लेटलेट्स की कमी के कारण हो सकती है समस्या : डॉक्टर
पीड़िता के पिता ने बताया कि सोमवार को उसके उसके शरीर के विभिन्न हिस्सों से खून निकलने लगा. जिसके बाद उसे सौरबाजार पीएचसी में भरती कराया गया. जहां चिकित्सकों ने इलाज किया, लेकिन खून निकलना बंद नहीं होने के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल ले जाने की सलाह दी. मंगलवार को अस्पताल पहुंचने पर ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ. एनके सादा ने युवती का इलाज शुरू किया. उन्होंने बताया कि यह प्लैटलेट्स की कमी के कारण हो सकता है. प्लेटलेट्स काउंट करवाने को कहा गया है. जिसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है. डॉ. एनके सादा ने कहा कि प्रथमदृष्टया यह हीमोफेलिया का लक्षण लग रहा है.
दो माह पूर्व भी हुआ था इस तरह का मामला
गीता के पिता ने बताया कि पहली बार दो माह पूर्व भी इस तरह का मामला हुआ था. जिसके बाद एक निजी क्लीनिक सहरसा में इलाज करवाया था. जहां गीता को पांच दिन भरती रखा गया था. जिसके बाद सबकुछ सामान्य हो गया था. दो माह से वह सही ढंग से सामान्य थी. अचानक सोमवार को पुन: परेशानी हो गयी. उन्होंने कहा कि यह समस्या आने पर उसे चक्कर भी आने लगता है.