जमशेदपुर : रघुवर सरकार को कोई खतरा नहीं है. विधायकों ने अपने मुद्दे उठाये हैं और उनकी बातों को सुना जाना चाहिए. मुख्यमंत्री ने उनकी बातों को सुना भी है और उनकी मांगों को देखते हुए कमेटी भी बना दी है. आगे इस पर सरकार गंभीरता से कार्रवाई भी करेगी. खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने शनिवार को प्रभात खबर से बातचीत में यें बात कहीं.
अशांत करना मेरी मंशा नहीं : एक सवाल के जवाब में सरयू ने कहा कि उनकी मंशा कभी भी सरकार को अशांत करने की नहीं रही है. मुझसे 24 विधायक मिले जरूर थे. 11 जिलों के शिड्यूल एरिया के विधायकों ने मुख्यमंत्री के समक्ष और सदन में भी मुद्दा उठाया था. स्थानीयता नीति को लेकर सवाल उठाये गये हैं और मुख्यमंत्री ने भी विधायकों की बातों को सुना है. उनके द्वारा बनायी गयी कमेटी 15 दिनों में रिपोर्ट देगी. निश्चित तौर पर विधायकों की समस्या का निराकरण हो जायेगा, ऐसी उम्मीद है.
भार मुक्त हो गया : संसदीय कार्य मंत्री पद से हटाये जाने के सवाल पर श्री राय ने कहा कि वह दो साल से काम नहीं कर पा रहे थे. लगातार हंगामा होता जा रहा था. विधानसभा में ओवरटाइम पर कर्मचारी काम करते हैं. पांच लाख रुपये का रोज नुकसान हो रहा था. हम कुछ नहीं कर पा रहे हैं. इस कारण हमने कार्य मुक्त करने का आग्रह किया था, जिसे मुख्यमंत्री ने मान लिया है, अब हम भार मुक्त हो गये हैं.
दिल्ली में आला नेताओं से मिल कर रखेंगे अपनी बात
खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय चार फरवरी को दिन के एक बजे सेवा विमान से दिल्ली जायेंगे. इन्हें एक शादी समारोह में हिस्सा लेना है. मंत्री श्री सिंह इस दौरान राज्य के वर्तमान राजनीतिक हालात को लेकर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह समेत पार्टी के अन्य आला नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं. श्री राय इन दिनों सरकार से नाराज चल रहे हैं. इससे पहले श्री राय शनिवार को जमशेदपुर में अपने क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से मिले. उल्लेखनीय है कि श्री राय ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री रघुवर दास को पत्र लिख कर संसदीय कार्य मंत्री के पद से मुक्त करने का आग्रह किया था. इसके बाद सरकार की ओर से इनके आग्रह को स्वीकार करते हुए उन्हें संसदीय कार्य मंत्री के पद से मुक्त कर दिया था. साथ ही ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा को संसदीय कार्य मंत्री की जिम्मेवारी सौंप दी गयी थी. दो दिन पहले श्री राय ने पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा के घर जाकर उनसे मुलाकात की थी. यही नहीं स्थानीय नीति से भाजपा से नाराज नौ विधायकों ने भी इनसे मिल कर अपनी पीड़ा व्यक्त की थी.
छह को दिल्ली जायेंगे अर्जुन मुंडा
जानकारी के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा भी छह फरवरी को दिल्ली जाने वाले हैं. वे दो-तीन दिनों तक दिल्ली में रह कर शादी समारोह में हिस्सा लेंगे. चर्चा है कि इस दौरान श्री मुंडा भी पार्टी के शीर्ष नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं. स्थानीय नीति से नाराज विधायकों ने श्री मुंडा से भी मुलाकात की थी.