नयी दिल्ली/विजयवाड़ा :नरेंद्र मोदी सरकार के आखिरी पूर्ण आम बजट से मिडिल क्लास तो नाराज है ही, सत्तारूढ़ गठबंधन एनडीए के दक्षिण भारत की सबसे बड़ी सहयोगी चंद्रबाबू नायडू की तेलगुदेश पार्टी भी जेटली की घोषणाओं से ‘खफा’ है. तेलगुदेशम पार्टी के सांसद टीजी वेंकटेश ने आज दिल्ली में कहा कि हमलोग युद्ध का एलान करने जा रहे हैं. उन्होंने कहा है कि हमारे पास तीन विकल्प हैं – एक कोशिश करें और गंठबंधन कायम रखें, दूसरा हमारे सांसद इस्तीफा दे दें और तीसरा गंठबंधन तोड़ दें. उन्होंने कहा है कि रविवार को मुख्यमंत्री के साथ बैठक में हम इस संबंध में फैसला लेंगे. केंद्रीय राज्य मंत्री वाइएस चौधरी ने कहा है कि वित्तमंत्री अरुण जेटली की बजट घोषणाओं से हमारे नेता व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू बहुत दुखी हैं.
We are going to declare war, have three options, 1 is to try and continue, 2 is our MPs resign and 3rd is breaking of alliance. Will decide in meeting with CM on Sunday: TG Venkatesh,TDP MP #UnionBudget2018 pic.twitter.com/XbbW9cz7z3
— ANI (@ANI) February 2, 2018
उन्होंने कहा है कि राज्य कीजनता व पार्टी के लोग इस बजट से दुखी हैं, क्योंकि इसमें राज्य की जरूरतों के संबंध में कोई घोषणा नहीं की गयी है. उन्होंने कहा है कि पोलावरम प्रोजेक्ट हो या अमरावती को राजधानी बनाने की परियोजना उस संबंध में बजट में कुछभी एलान नहीं कियागया है. उन्होंने कहाहै कि हम एनडीए में हैं और अपने हिस्से के लिए लड़ते रहेंगे और केंद्र पर 2019 के लोकसभा चुनाव तक दबाव बनाते रहेंगे.
इसे भी पढ़ें : चंद्रबाबू नायडू ने अवैध फोन टैपिंग मामले की केंद्र से जांच की मांग की
तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के सुप्रीमो नायडू का आरोप है कि आम बजट में आंध्रप्रदेश की उपेक्षा की गयी है. गठबंधन पर निर्णय लेने के लिए नायडू ने शुक्रवार को टीडीपी की एक इमरजेंसी मीटिंग बुलायी है. इससे पहले, चंद्रबाबू ने गुरुवार को दिल्ली में अपने सांसदों से टेलीकॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बातचीत की. रविवार को टीडीपी के संसदीय बोर्ड की भी मीटिंग है.
सूत्रों ने बताया कि नायडू ने अपनीपार्टी के सांसदों से स्पष्ट कह दिया है कि वे आंध्र के लिए आवंटित फंड से असंतुष्ट हैं. वह प्रदेश की जनता को बतायेंगे कि बजट में उनके प्रदेश की उपेक्षा की गयी. आंध्रप्रदेश के कृषि मंत्री एस चंद्रमोहन रेड्डी ने कहा, ‘सीएम नायडू बेहद नाखुश हैं. बजट में आंध्रप्रदेश के लिए फंड आवंटन की हमें उम्मीद थी, लेकिन इसमें बेंगलुरु और मुंबई जैसे विकसित शहरों को तरजीह दी गयी.’
इसे भी पढ़ें : चंद्रबाबू नायडू ने प्रधानमंत्री को लिखी चिट्ठी
टेलीकॉन्फ्रेंसिंग के जरिये अपने सांसदों से जुड़े नायडू ने कहा कि आंध्रप्रदेश की जनता से साथ हुए ‘अन्याय’ का जवाब भाजपा का साथ छोड़कर ही दिया जा सकता है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि बजट सत्र के दौरान गठबंधन पर कोई अंतिम फैसला नहीं लेंगे. इस सत्र के खत्म होने का इंतजार करना चाहिए.
इससे पूर्व, चंद्रबाबू नायडू गुरुवार शाम को अपने मंत्रियों से मिले और रेल बजट में कई अहम परियाजनाएं महाराष्ट्र को दिये जाने पर निराशा व्यक्त की. टीडीपी के प्रवक्ता जे प्रभाकर राव ने कहा, ‘यदि ऐसी ही स्थिति बनी रही, तो हमलोग भाजपा के साथ गठबंधन जारी रखने पर दोबारा विचार करेंगे.’
इसे भी पढ़ें : टूटा चंद्रबाबू नायडू का सब्र, लिया ‘यू-टर्न’ कहा- रोज सिर फोड़ रहा हूं लेकिन नहीं मिल रहा समाधान
यहां बताना प्रासंगिक होगा कि हालके दिनों में वाईएसआर कांग्रेस के कई नेताओं ने वरिष्ठ भाजपा नेताओं से मुलाकात की थी. दिसंबर के आखिरी हफ्ते में वाईएसआर कांग्रेस के सांसद वी विजयसाई रेड्डी ने पीएम नरेंद्र मोदी से भी भेंट की थी.