रांची : 31 तारीख यानी बुधवार की शाम 5 बजकर 18 मिनट से ग्रहण शुरू हो जाएगा जिसका सूतक लग चुका है और मंदिरों के दरवाजे बंद कर दिये गये हैं. शाम की आरती भी मंदिरों में रात 8 बजकर 41 मिनट के बाद ही की जाएगी. ऐसी मान्यता है कि ग्रहण का सबसे ज्यादा असर गर्भवती महिलाओं पर पड़ता है. आइए जानते हैं इसपर जानकारों की क्या राय है ?
रांची विवि के पूर्व कुलपति सह फिजिक्स शिक्षक डॉ एए खान बताते हैं कि हमारे समाज में ग्रहण से जुड़े तमाम तरह के मिथक फैले हुए हैं. आमतौर पर ऐसा कहा जाता है कि ग्रहण का सबसे ज्यादा असर गर्भवती महिलाओं पर पड़ता है, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है. आज जो सुपर ब्लू ब्लड मून होने वाला है, इसका भी किसी तरह का कोई नकारात्मक प्रभाव ह्यूमन एक्टिविटी पर नहीं पड़ने वाला है.
आगे उन्होंने कहा कि किसी भी वैज्ञानिक टर्म में इस बात को नहीं लिखा-पढ़ा गया है कि चंद्रग्रहण का किसी भी तरह का नकारात्मक असर मानव जीवन की क्रियाओं पर होता है.