डुमरांव. अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण कार्यालय में सोमवार को शिकायत दायर करने पर सिमरी के अंचलाधिकारी ने परिवादी को सरेआम थप्पड़ जड़ दिया. इस घटना के बाद कार्यालय में अफरातफरी मच गयी. परिवादी सिमरी प्रखंड के जदयू अति पिछड़ा का अध्यक्ष बताया जाता है. इस मामले के बाद जदयू नेताओं में भी उबाल आ गया है.बताया जाता है कि शिकायतकर्ता सिमरी के आशा पड़री गांव निवासी संतोष राजभर की पहचान जदयू खेमे में पुराने कार्यकर्ताओं में शुमार है.
इस घटना के बाद जदयू नेताओं ने सिमरी के सीओ दिलीप कुमार पर कार्रवाई करते हुए निलंबित करने की मांग की है. जदयू के पूर्व प्रदेश महासचिव डॉ विनोद सिंह ने कहा कि यह घटना लोकतंत्र के लिए घातक है. इस मामले को लेकर जदयू की कमेटी सीएम नीतीश कुमार व प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह से मिलकर इस मामले को अवगत करायेगी और सिमरी सीओ पर तत्काल कानूनी कार्रवाई करने की गुहार लगायी जायेगी.
जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा के निर्देश पर अनुमंडल लोक शिकायत पदाधिकारी ने मंगलवार को दोनों पक्षों के बयान दर्ज किया और इस मामले में सुनवाई की अगली तिथि मुकर्रर की. लोक शिकायत निवारण कार्यालय में मामले की जांच को लेकर काफी गहमागहमी का माहौल रहा.जदयू नेता के पिटाई मामले को लेकर दर्जनों जदयू नेताओं का पूरे दिन अनुमंडल परिसर में जमावड़ा लगा रहा. लोक शिकायत पदाधिकारी उपेंद्र कुमार ने बताया कि दोनों पक्षों सहित अन्य कर्मियों के बयान को कलम बंद किया गया है. जांच कर इसकी रिपोर्ट वरीय अधिकारियों के यहां भेजा जायेगा.
सिमरी के आशा पड़री निवासी करीब 15 भूमिहीनों को अंचल कार्यालय द्वारा बासगीत पर्चा दिया गया था, लेकिन दो दशकों से अधिक दिनों के बाद भी भूमिहीनों को जमीन पर कब्जा दिलाने में प्रशासनिक अधिकारी नाकाम रहे. इस मामले को लेकर सिमरी के जदयू नेता ने लोक शिकायत निवारण में शिकायत दर्ज करायी है.
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