पटना : बिहार में एक बार फिर एनडीए के प्रमुख घटक दल रालोसपा और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के एनडीए नेतृत्व से नाराज होने की चर्चा जोरों पर है. कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने जहां मीडिया में यह बयान देकर सनसनी मचा दी है कि वह उपेंद्र कुशवाह की मानव श्रृंखला में शामिल होने, को तैयार हैं, उपेंद्र कांग्रेस का दामन थाम लें. वहीं दूसरी ओर राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि एनडीए के घटक दलों हम और रालोसपा के कई नेताओं सहित जदयू के विधायकों का पार्टी में दम घुट रहा है और वह कभी भी राजद का दामन थाम सकते हैं. तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पलटी मारने वाला नेता बताते हुए कहा कि उनकी बातों का भरोसा नहीं है, वह मात्र चार घंटे में पलट जाते हैं.
तेजस्वी ने इस संभावना को स्वीकार किया कि आने वाले वक्त में हम और रालोसपा के नेता राजद ज्वाइन कर सकते हैं. तेजस्वी ने कहा कि उपेंद्र और जीतन राम मांझी का दम एनडीए में घुट रहा है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार में शिक्षा व्यवस्था को पूरी तरह चौपट कर दिया है, इसलिए उपेंद्र कुशवाहा को यह कदम उठाने की आवश्यकता पड़ रही है. नेताओं के राजद में शामिल होने के सवाल पर तेजस्वी ने कहा कि समय तय करेगा कि यह लोग साथ आयेंगे कि नहीं. उन्होंने कहा कि जदयू से वृषिण पटेल सहित कई नेता निकल गये हैं और नरेंद्र सिंह ने भी जदयू का साथ छोड़ दिया है. नीतीश कुमार के साथ कोई नहीं रहना चाहता. वह कुछ ही घंटों में पलटी मार देते हैं. उन्होंने नंदन गांव के लोगों पर कार्रवाई नहीं करने की बात कही, जबकि कोर्ट में सरकार के वकीलों ने नंदन गांव के लोगों को बेल नहीं लेने दिया. दलितों और महादलितों पर अत्याचार किया जा रहा है.
तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार से जदयू के विधायक नाखुश हैं, इसलिए की नीतीश कुमार समय से पहले चुनाव कराना चाहते हैं. नीतीश कुमार की बात पर कोई विश्वास नहीं करता है. वह अपनी बातों से मुकर जाते हैं. वहीं राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद के दावे के बाद सियासत और भी तेज हो गयी है. उन्होंने दावा किया है कि हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, रालोसपा के उपेंद्र कुशवाहा और जदयू के वरिष्ठ नेता उदय नारायण चौधरी समेत एनडीए के कई नेता राजद के संपर्क में हैं. उन्होंने दावा किया कि अब सिर्फ औपचारिकता भर बाकी है और वो कभी भी हमलोगों के साथ आ सकते हैं.
उधर, मीडिया से बातचीत में केंद्रीय मानव संसाधन राज्यमंत्री उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी ने रघुवंश प्रसाद के इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया है. मांझी ने कहा कि रघुवंश प्रसाद सिंह अपनी पार्टी में कोई आधिकारिक नेता नहीं है और मैं उनकी बात को गंभीरता से नहीं लेता. मांझी ने रघुवंश प्रसाद सिंह को अपने ही दल में शामिल होने का न्योता दिया. इसके उलट मांझी ने दावा किया है कि हम पार्टी नहीं बल्कि रघुवंश प्रसाद खुद उनके संपर्क में हैं. उधर, उपेंद्र कुशवाहा ने भी कहा है कि इस बात में कोई सच्चाई नहीं है. राजद नेता रघुवंश प्रसाद के इस बयान से बिहार की राजनीति गरमा गई है.
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