सीवान : जिला महिलाओं के समस्याओं व शिकायतों के निबटारे के लिये जिस महिला हेल्प लाइन का गठन किया गया है. इन्हीं हेल्प लाइन के सरकारी नंबरों पर अश्लील मैसेज व बात कर उसके परियोजना प्रबंधक को ही परेशान किया जा रहा है. यह मामला भले जिले में दर्ज किया गया है. लेकिन किसी भी जिले का महिला हेल्प लाइन इससे अछूता नहीं है. महिला हेल्प लाइन के परियोजना प्रबंधक सह संरक्षण पदाधिकारी श्वेता कुमारी ने हिम्मत जुटाते हुए पुलिस को आवेदन 24 जनवरी को दिया. उनके सरकारी नंबर पर अश्लील एसएमएस व कॉल मामले में पुलिस की जांच व कार्रवाई तेज हो गयी है.
वहीं यह मामला सामने आने के बाद आम लोगों में भी यह चर्चा है कि जिस संस्थान में महिलाएं अपने समस्याओं के निबटारे व शिकायत के लिये पहुंचती है. उसके अधिकारी के साथ ही ऐसी घटना हो रही है. इस पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए ज्ञात हो कि परियोजना प्रबंधक ने इस मामले की शिकायत एसपी नवीन चंद्र झा से मिल कर की थी. जिसके बाद एसपी के आदेश पर नगर थाने में तीन अज्ञात मोबाइल नंबर धारकों पर मामला दर्ज कर पुलिस जांच में जुटी है.
नगर थाना पुलिस ने इन तीनों नंबरों के जांच के लिये टेक्निकल सेल को दिया है. जिससे इन नंबरों की पहचान हो सके और उसका प्रयोग कहा से हो रहा है. यह भी स्पष्ट हो सके. हेल्प लाइन प्रबंधक के मोबाइल नंबर 9771468031 पर मोबाइल नंबर 8758561332, 9855712713, 9432145983 के लगातार अश्लील मैसेज व फोन आ रहे है.
38 जिलों को ग्रुप बनाकर भेज रहा अश्लील मैसेज
महिला हेल्पलाइन के नंबर पर मैसेज व फोन कर अश्लील बातें करने का मामला भले ही सीवान थाने में दर्ज कराया गया है, लेकिन इससे कोई भी महिला हेल्पलाइन अछूता नहीं है. सरकार द्वारा दहेज प्रताड़ना से मुक्ति दिलाने के लिए सभी जिलों के महिला हेल्पलाइन नंबरों को जारी किया गया है. इन नंबरों को जोड़ कर बार-बार बदमाश ग्रुप अलग-अलग नामों से बना दे रहे हैं. फिर उस पर अश्लील सामग्री भेजने के साथ ही व्वाॅयस मैसेज डालने का सिलसिला शुरू हो जा रहा है. एक बार इसे रिमूव हो जाने के बाद भी ये लोग बार-बार अलग-अलग नाम से ग्रुप बनाकर यह कारनामा कर रहे हैं. साथ ही फोन पर अश्लील बातें भी कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर इन तीनों नंबरों द्वारा एक मैसेज भी डाला गया है जिसमें कहा गया है कि यह नंबर लड़कियों का है जिस पर बेहिचक फोन कर रंगीन बातें कहने को कहा जा रहा है. इसके बाद इन नंबरों पर फोन आने का लंबा सिलसिला शुरू हो गया है. अब महिला परियोजना प्रबंधकों को यह समझ में नहीं आ रहा है कि कौन फोन किसका है और किसको होल्ड करें और किसको इग्नोर. वहीं किसी फरियादी के फोन होने की स्थिति में आने वाले फोन को इग्नोर करना भी संभव नहीं होता.
बोले एएसपी
मामले की जांच की जा रही है. डिटेल्स व सीडीआर के लिए जिला टेक्निकल सेल को दिया गया है. संबंधित मोबाइल कंपनियों को भी लिखा गया है. शीघ्र ही मामले का खुलासा कर दिया जायेगा. अश्लील मैसेज और फोन करनेवाले जल्द ही गिरफ्तार कर लिये जायेंगे.
कार्तिकेय शर्मा, सहायक पुलिस अधीक्षक सीवान