गुस्सा. आक्रोशित लोगों ने घर में की तोड़फोड़, पुलिस ने किया लाठीचार्ज
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रिशु की हत्या से धधका जूनपोखर
गुस्सा. आक्रोशित लोगों ने घर में की तोड़फोड़, पुलिस ने किया लाठीचार्ज 10 दिनों से गायब रिशु का कुएं में मिला शव लोगों ने पुलिस के खिलाफ की नारेबाजी ईदू व बंकू के घर बोला हमला, जलायी स्कूटी देवघर : 10 दिनों से गायब रिशु का शव मिलने के सूचना जैसे ही परिजनों तक पहुंची, […]
10 दिनों से गायब रिशु का कुएं में मिला शव
लोगों ने पुलिस के खिलाफ की नारेबाजी
ईदू व बंकू के घर बोला हमला, जलायी स्कूटी
देवघर : 10 दिनों से गायब रिशु का शव मिलने के सूचना जैसे ही परिजनों तक पहुंची, परिजनों सहित मुहल्लेवासियों का हुजूम घटनास्थल पर पहुंच गया. सभी की जुबान पर एक ही बात थी कि आखिर इस बच्चे का क्या कसूर था जो, इसे मार डाला. लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा था. इसके बाद पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू हो गयी. आक्रोशित लोग एकाएक कुएं के पास से ईदू व बंकू का नाम लेते हुए दौड़ पड़े. वहीं मौके पर काफी कम संख्या में मौजूद पुलिसकर्मी भी उनलोगों के पीछे दौड़ी. पहले भीड़ बंकू के घर में घुसी. उसके घर के दरवाजे को तोड़ दिया. खपड़ैल फोड़ा व अंदर रखी टीवी को पटक दिया.
घर में मौजूद परिजनों के साथ मारपीट की. घटना में बंकू के घर की एक महिला के सिर में चोट लगी. वहीं एक का हाथ भी टूट गया. बाद में भीड़ ने ईदू के घर पर भी हमला कर दिया. इस बीच एसडीपीओ दीपक कुमार पांडेय सहित नगर थाना प्रभारी विनोद कुमार, जसीडीह थाना प्रभारी एसके महतो, मोहनपुर थाना प्रभारी दीपक कुमार के अलावा काफी संख्या में पदाधिकारी सशस्त्र बल पहुंचे. उन्होंने आक्रोशित लोगों को खदेड़ना शुरू किया. इस दौरान पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा. आधे घंटे में स्थिति पर काबू पाया जा सका. इसके बाद स्थिति नियंत्रित हुआ.
अब भी पुलिस मुहल्ले में कर रही कैंप
अब भी जून पोखर मुहल्ले में अंदर-अंदर दोनों पक्षों के बीच तनाव है, किंतु स्थिति पुलिस के नियंत्रण में है. फिलहाल पुलिस वहीं कैंप कर रही है. घटना के बाद से ही पालीबद्ध तरीके में दो-दो पदाधिकारी समेत सशस्त्र बलों की वहां ड्यूटी लगा दी गयी है.
बोर्ड ने किया रिशु की लाश का पोस्टमार्टम
रिशु की लाश का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल के डॉक्टरों की बोर्ड ने किया. बोर्ड में डॉ बीपी सिंह सहित डॉ दिवाकर पासवान व डॉ प्रेम प्रकाश शामिल हैं. पूरी पोस्टमार्टम प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी करायी गयी है. डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम में क्या पाया, इस बारे में कुछ भी बताने से इनकार कर गये.
शव मिलते ही बेहोश होने लगी मां-दादी
रिशु का शव मिलते ही मां सीता देवी व दादी सुदामा देवी बेहोश होकर गिरने लगी. जैसे ही रिशु का शव कुएं से निकला कि मां-दादी ने एक ही स्वर में कहा कि हमरे बचवा….. यह कहते हुए दोनों एकाएक चुप हो गयी. आंख से आंसू निकल रहे थे. दोनों कुछ बोल नहीं पा रही थी. पिता कारु तुरी का भी रो-रोकर बुरा हाल था. जो भी रिश्तेदार व मुहल्लेवासी पहुंचे, सभी अपने आंसू रोक नहीं पा रहे थे. सभी एक ही बात कर रहे थे कि आखिर इस बच्चे ने क्या बिगाड़ा. भीड़ में ही किसी ने कहा कि आखिर जिस साड़ी से रिशु के शव के साथ पत्थर बांधे गये, वह किसकी है? इस दौरान परिजनों-रिश्तेदारों में से कई ने तो पुलिस जांच पर सवाल उठाया.
पहले शव नहीं उठाने दिया, एंबुलेंस लौटाया
पहले तो लोग शव उठाने का विरोध कर रहे थे. शव ले जाने के लिए पुलिस द्वारा मंगाया गया एंबुलेंस वापस कर दिया. कई लोग तो पुलिस से उलझने का प्रयास कर रहे थे. वहीं लोगों के आक्रोश के सामने पुलिस ने चुप्पी साध रखी थी.
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