पटना: राष्ट्रीय जनता दल ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अपील पररविवारको आयोजित दहेज प्रथा और बाल विवाह के खिलाफ मानव श्रृंखला को सुपर फ्लॉप बताते हुए इस पर व्यय को लेकर श्वेत पत्र जारी किए जाने की मांग की है. पटना स्थित राजद मुख्यालय में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि समाचार पत्रों के विभिन्न संस्करणों की रिपोर्टों के आधार पर आसानी से यह कहा जा सकता है कि यह मानव श्रृंखला सुपर फ्लॉप रहा.
पिछली मानव श्रृंखला (21 अक्तूबर 2017) को शराबबंदी के खिलाफ लोगों के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए बनायी गयी मानव श्रृंखला की एक चौथाई भी नहीं थी. शिवानंद ने राज्य सरकार से मानव श्रृंखला के आयोजन और मुख्यमंत्री की विकास समीक्षा यात्रा पर हुए खर्च को लेकर श्वेत पत्र जारी किए जाने की मांग की.
उल्लेखनीय है कि नीतीश कुमार नीत बिहार की पिछली महागठबंधन सरकार में शामिल रही राजद शराबबंदी को लेकर बनायी गयी मानव श्रृंखला में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था. शिवानंद ने नीतीश सरकार से 40 ड्रोन के जरिए खींची गयी तस्वीरों को सार्वजनिक करने की चुनौती दी. इस रैली में कितने की संख्या में लोग शामिल हुए इस बाबत अभी तक कोई आधिकारिक आंकड़ा जारी नहीं हुआ है.
शिवानंद ने इस मानव श्रृंखला में भाजपा कार्यकर्ताओं के सक्रिय रूप से भाग नहीं लेने का आरोप लगाते हुए उपमुख्यमंत्री को सुशील कुमार मोदी को इसमें 5 करोड़ लोगों के भाग लेने की बात करने से परहेज करने की सलाह दी. उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जेड प्लस सुरक्षा दिये जाने पर प्रश्न खड़ा करते हुए आरोप लगाया कि नीतीश को इस सुरक्षा कवच की आवश्यकता ही नहीं क्योंकि उन्हें राज्य स्तर पर अपना सुरक्षा घेरा प्रधानमंत्री के समकक्ष बना रखा है.
राजद नेता ने नीतीश कुमार को सबसे महंगा मुख्यमंत्री होने का आरोप लगाते हुए उन्हें ऐसी सुरक्षा की आवश्यक्ता नहीं जताते हुए कहा कि राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने एक विशेष वर्ग की वर्चस्व तोड़ने वाले मंडल आयोग की अनुशंसाओं को लागू करने सहित कई अन्य ऐसे आंदोलन में सक्रिय रहे. इसलिए उन्हें किसी से खतरा हो सकता पर नीतीश कुमार की क्या क्रांतिकारी भूमिका रहीं जिससे उन्हें किसी से खतरा हो सकता है.
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