चाईबासा : मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के इदलबेड़ा गांव में शनिवार को एक बड़ी वारदात टल गयी, जब पुलिस ने उन चार लोगों को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़ा कर गिरफ्तार कर लिया, जिन्हें वन सुरक्षा समिति के एक सदस्य की हत्या का बदला लेने के लिए लोग जान से मारने के मकसद से बांध कर जंगल की ओर ले जा रहे थे. जानकारी के अनुसार इदलबेडा गांव में लगी जन अदालत (नक्सली जनअदालत नहीं) में बेहरा बोदरा, हिंदू जामुदा, नुतू बोदरा व सुभाष बोदरा की हत्या की तैयारी थी.
इन पर गांव के वन रक्षा समिति सदस्य सानगी ईचागुटू की हत्या का आरोप है. ग्रामीणों ने सुबह में इन लोगों को गांव के हांडिया गोदाम से पकड़ा था, जबकि इनका एक साथी सोनाराम बोदरा फरार हो गया. पकड़े जाने के बाद ग्रामीणों ने पहले इनकी जम कर पिटाई की. वे इनसे गुनाह कबूल करवाना चाह रहे थे.
लेकिन इसमें असफल रहने पर लोग उन्हें पीटते हुए उस स्थान पर ले गये, जहां गुरुवार को सानगी ईचागुटू की लाश मिली थी. इदलबेड़ा गांव के गुटूहातु टोला से करीब एक किलोमीटर दूर स्थित उस स्थान पर भी आरोपियों की जम कर पिटाई की गयी. वहां से उन्हें पहाड़ी जंगल ले जाकर जनअदालत में हत्या की तैयारी थी. इधर, इस बात की जानकारी कोल्हान के डीआइजी साकेत कुमार सिंह को मिल गयी. पुलिस ने मौके पर पहुंच कर हथियारों से लैस सैकड़ों ग्रामीणों के चंगुल से किसी तरह आरोपियों को छुड़वाया और गिरफ्तार कर थाने ले आयी.