संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावत’ को लेकर चल रहे विवाद में अब राजपूत करणी सेना के बाद हैदराबाद से लोकसभा सांसद और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भी कूद पड़े हैं. उन्होंने इस फिल्म को बकवास करार देते हुए मुसलमानो से अपील की कि वो यह फिल्म न देखें. ओवैसी ने यह बयान बुधवार को वारंगल शहर में अखिल भारतीय अभियान ‘सेव शरिया’ को लेकर आयोजित एक सार्वजनिक बैठक के दौरान कही.
ओवैसी ने कहा किख, अल्लाह ने आप लोगों को दो घंटे की यह मनहूस फिल्म देखने के लिए नहीं बनाया है. आप लोग इस फिल्म को देखकर अपना समय और पैसा बर्बाद न करें. ओवैसी ने खासकर मुस्लिम युवाओं से कहा कि यह फिल्म पूरी तरह से बकवास है, आप इस फिल्म को न देखें. ओवैसी ने पद्मावत का ‘मनहूस’ और ‘गलीच’ करार दिया और लोगों से अपील की कि इस फिल्म के पीछे न भागे.
ओवैसी ने कहा, अल्लाह ने आप लोगों को अच्छी जिंदगी जीने और जीवन में ऐसे काम करने के लिए बनाया है जिसे सदियों से याद रखा जाये. ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, इस बकवास फिल्म के रिव्यू के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने 12 लोगों का पैनल तक बना दिया था.’
AIMIM नेता ने मुसलमानों को राजपूतों से सीखने को कहा जो अपनी रानी के समर्थन में खड़े हैं. उन्होंने कहा, ‘राजपूत हमे आइना दिखा रहे हैं. वे पद्मावत के मुद्दे को लेकर एकजुट हैं और फिल्म को किसी भी सूरत में रिलीज न होने देने पर अड़े हैं. लेकिन मुसलमानों को विभाजित किया जा रहा है.’
ओवैसी ने फिल्म के बारे में कहा, ‘पद्मावत की कहानी सन 1540 में कवि मलिक मुहम्मद जाययी ने लिखी थी जो पूरी तरह से काल्पनिक थी. उसके बाद भी इस फिल्म को लेकर प्रधानमंत्री मोदी विशेष रूचि दिखा रहे हैं.’