जम्मू : पाकिस्तानी रेंजरों ने शुक्रवार को दूसरे दिन भी जम्मू और सांबा जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास सीमा चौकियों और नागरिक इलाकों को निशाना बना कर भारी गोलाबारी की जिसमें दो नागरिकों की मौत हो गयी जबकि पांच अन्य घायल हो गये. सांभा सेक्टर में एक बीएसएफ हेड कांस्टेबल के शहीद होने की भी खबर है. भारी गोलाबारी को देखते हुए कठुआ के हीरानगर से लोगों को निकाला जा रहा है.
बीएसएफ के जवानों ने भी प्रभावी तरीके से जवाबी कार्रवाई की. बीएसएफ के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘पाकिस्तानी रेंजरों ने सुबह छह बजकर 40 मिनट से अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास आर एस पुरा, अरनिया और रामगढ़ सेक्टर में कई इलाकों में भारी गोलीबारी और गोलाबारी की.’ उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी बलों ने इन तीनों सेक्टर में 82 एमएम और 52 मोर्टार बम, स्वचालित व छोटे हथियारों का इस्तेमाल करते हुए करीब 40 सीमा चौकियों को निशाना बनाया.’
अधिकारी ने बताया,‘‘अंतिम रिपोर्ट आने तक दोनों तरफ से गोलीबारी जारी थी.’ साथ ही उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी बलों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के 35 किलोमीटर क्षेत्र में आने वाली सीमा चौकियों और गांवों को निशाना बनाया है. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने अब तक अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे अरनिया, आर एस पुरा और रामगढ़ सेक्टर के 40 से ज्यादा गांवों को निशाना बनाया है. उन्होंने बताया कि एक महिला समेत दो नागरिकों की इस हमले में मौत हो गयी जबकि तीन अन्य नागरिक घायल हो गये.
गोलाबारी में मारी गयी महिला साई खुर्द की निवासी थी जबकि दूसरा व्यक्ति आर एस पुरा-अरनिया पट्टी के कोरोटोना में मारा गया. साई खुर्द गांव का एक व्यक्ति और रामगढ़ के दो लोग इसमें घायल हो गये. भारी गोलाबारी को देखते हुए सीमा के पास रहने वाले करीब एक हजार लोगों ने इलाका छोड़ दिया है और यहां स्थित स्कूलों को बंद कर दिया गया है.
कल पाकिस्तानी रेंजरों द्वारा संघर्षविराम का उल्लंघन किये जाने और जम्मू और सांबा जिले के तीन सेक्टरों के गांवों और सीमा चौकियों पर भारी गोलाबारी किये जाने की घटना में 17 साल की एक लड़की की मौत हो गयी और बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया जबकि छह लोग घायल हो गये थे. बीएसएफ के महानिदेशक के के शर्मा, सुरेश को श्रद्धांजलि देने कल जम्मू आये थे और उन्होंने फील्ड कमांडरों को पूरी ताकत के साथ जवाब देने और पाकिस्तान बलों को सबक सिखाने के निर्देश दिये थे. उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा के पास स्थिति तनावपूर्ण है.
संघर्ष विराम उल्लंघन रोकने के लिए भारतीय बल पूरी तरह तैयार
पाकिस्तानी बलों द्वारा सीमा पर भारी गोलाबारी के बीच केंद्रीय मंत्री सुभाष भामरे ने कहा कि भारतीय बलों को पता है कि उन्हें ‘‘क्या करना है’ और वे जम्मू-कश्मीर में संघर्ष विराम के किसी भी उल्लंघन को रोकने के लिए ‘‘पूरी तरह से तैयार’ हैं. उन्होंने यह टिप्पणी जम्मू और साम्बा जिलों में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर शुक्रवार को असैन्य इलाकों एवं सीमा चौकियों पर लगातार दूसरे दिन पाकिस्तान रेंजर्स की भारी गोलाबारी के बाद की. रक्षा राज्य मंत्री ने कहा, ‘‘हमारे बलों को पता है कि उन्हें क्या करना है. सरकार संवेदनशील है और हमारे बल पूरी तरह से तैयार हैं. उन्हें (पाकिस्तान को) करारा जवाब दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि भारतीय बल ‘‘किसी भी संभावित स्थिति से निपटने’ और ‘‘मातृभूमि की रक्षा करने’ में और साथ ही ‘‘सीमा पार से होने वाली घुसपैठ रोकने’ में सक्षम हैं जो ‘‘बदकिस्मती से जारी हैं.’ भामरे ने कहा कि डोकलाम में गतिरोध का अंत ‘‘हमारे नेतृत्व की जीत’ थी.