प्रौद्योगिकी कंपनी एचपी ने घरेलू बाजार में अपना 3डी प्रिंटर पेश किया है, जिसकी शुरुआती कीमत 2.5 करोड़ रुपये है. कंपनी का लक्ष्य विनिर्माण, शिक्षा व रक्षा जैसे क्षेत्रों में अवसरों को भुनाना है.
3डी प्रिंटिंग प्रौद्योगिकी के तहत ऐसे त्रिआयामी उत्पाद बनाये जाते हैं, जिनमें पदार्थ के स्तरों को कंप्यूटर नियंत्रित प्रक्रिया से बनाया जाता है. कंपनी ने कहा कि उसका मल्टी जेट फ्यूजन 3डी प्रिंटिंग समाधान शुरुआत में उसके विशिष्ट भागीदारों के जरिये उपलब्ध होगा.
उसने इमैजिनेरियम और एड्रोइटेक को 3डी प्रिंटरों की देश में बिक्री के लिए करार किया है. एचपी इंडिया के प्रबंध निदेशक सुमीर चंद्रा ने कहा, इंडस्ट्री4.0 इंटरनेट ऑफ थिंग्स, क्लाउड आदि जैसी प्रौद्योगिकियों से प्रभावित हो रही है.
हमारे 3डी प्रिंटर यहां ऐसे समय में पेश किये गये हैं जब सरकार विनिर्माण को बढ़ावा दे रही है. हम अपने प्रिंटरों के लिए यहां काफी संभावनाएं देखते हैं. उन्होंने कहा कि इन प्रिंटरों का लक्ष्य विनिर्माण, रक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा उत्पाद प्रयोगशाला आदि हैं.
इसकी कीमत में 3डी प्रिंटर, शुरुआती आवश्यक चीजें और सेवा अनुबंध के साथ तीन साल के रखरखाव का खर्च भी शामिल है. चंद्रा ने कहा कि 3डी प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से प्रोटोटाइप बनाना तेज हो जायेगा और कीमत भी प्रतिस्पर्धी रखने में मदद मिलेगी.
मौजूदा समय में 3डी प्रिंटर कच्चे माल के रूप में प्लास्टिक का इस्तेमाल करते हैं. हालांकि एचपी ने घोषणा की है कि उसका उद्देश्य भविष्य में धातु और रंग का भी इस्तेमाल करने का है.
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